कोविड के अलावा 11 बीमारियों के प्रतिबंधात्मक डोज मिले
अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय से जिला स्वास्थ्य विभाग को मिली खेप
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – इस समय जहां चहुंओर केवल कोविड वायरस के संक्रमण की चर्चा चल रही है और इस वायरस की प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर ही आम लोगों में उत्सूकता है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य महकमे द्वारा अन्य सभी तरह की गंभीर व जानलेवा बीमारियों पर भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है और नागरिकों को इन बीमारियों के संक्रमण से बचाने हेतु प्रतिबंधात्मक दवाईया उपलब्ध करायी जा रही है. जिसके तहत अकोला स्थित स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय द्वारा अमरावती जिला स्वास्थ्य विभाग व जिला सामान्य अस्पताल को 11 अलग-अलग बीमारियों पर कारगर रहनेवाली प्रतिबंधात्मक दवाईयों के डोज उपलब्ध कराये गये है.
इस संदर्भ में विभागीय लसीकरण केंद्र के मुख्य औषध निर्माण अधिकारी प्रदीप पहाडे तथा औषध निर्माण अधिकारी राजेंद्र इंगले द्वारा बताया गया कि, डायरिया को नियंत्रित करने हेतु रोटावायरस वैक्सीन, रूबेला, गालगुंड व गोवर को नियंत्रित करने हेतु मिसल्स रूबेला वैक्सीन, मच्छरों से होनेवाले जापानीज् इंफ्ल्यूएंझाईटिस को नियंत्रित करने हेतु जेई वैक्सीन, धनुर्वात, घटसर्प व सुखी खांसी के संक्रमण को रोकने हेतु टीडी वैक्सीन, धनुर्वात, घटसर्प व सुखी खांसी के साथ ही पीलिया व हिमोफिलीस इंफ्ल्यूएंझा को रोकने हेतु पेेंटावेलेंट वैक्सीन, क्षयरोग के खिलाफ प्रतिकार क्षमता बढाने व क्षयरोग को रोकने हेतु बैसिलस वेलमेटे गुरीन यानी बीसीजी वैक्सीन, पीलीया तथा लिवर में होनेवाले संक्रमण को रोकने हेतु हेपेटाईटीस-बी, धनुर्वात, घटसर्प व सुखी खांसी को रोकने हेतु डीपीटी वैक्सीन, पोलीओ के वायरस को खत्म करने हेतु एफआयपीवी इंजेक्शन तथा बीओपीवी ओरल ड्रॉप तथा न्यूमोकोकल बैक्टेरिया से होनेवाली निमोनिया की बीमारी से छोटे बच्चों को बचाने हेतु न्यूमोकोकल कांज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) का प्रयोग किया जाता है. इन सभी प्रतिबंधात्मक दवाईयों के डोज संभाग के पांचों जिला स्वास्थ्य अधिकारियों तथा अमरावती व अकोला मनपा स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की ओर से नियमित तौर पर प्रदान किया जाता है.