यवतमाल/प्रतिनिधि दि.30 – शिवसेना की सांसद भावना गवली की दिक्कतें लगातार बढती जा रही है, क्योंकि उनसे संबंधित पांच प्रतिष्ठानों और संस्थाओं पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा छापे मारे गये है. मुंबई से वाशिम पहुंचे ईडी के अधिकारियों ने गवली से संबंधित संस्थाओं व प्रतिष्ठानों पर छापे मारे है. इस मामले को लेकर फिलहाल सांसद भावना गवली ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार करते हुए कहा कि, ईडी की कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद वे इस विषय पर अपना पक्ष रखेंगी. वहीं दूसरी ओर भावना गवली की संस्थाओं पर ईडी द्वारा छापे मारे जाते ही अब शिवसेना व भाजपा में एक बार फिर टकराववाली स्थिति देखी जा रही है.
बता दें कि, भाजपा नेता किरीट सोमय्या ने आरोप लगाया है कि, वाशिम-यवतमाल निर्वाचन क्षेत्र की सांसद भावना गवली ने विगत 22 वर्षों के अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान करीब 100 करोड रूपयों का घोटाला किया है. जिसके बारे में उनके पास पूरे सबुत है. इन सबूतों के आधार पर ईडी, सीबीआई, सहकार मंत्रालय व आयकर विभाग सहित अन्य विभागों के पास शिकायत की गई है. विगत 20 अगस्त को वाशिम में बुलाई गई पत्रकार परिषद में उपरोक्त जानकारी उजागर करने के बाद सोमवार 30 अगस्त को ईडी (मुंबई) के अधिकारी रिसोड पहुंचे. जिनमें से कुछ अधिकारियों ने बालाजी पार्टीकल तथा कुछ अधिकारियों ने द रिसोड अर्बन को-ऑप. क्रेडीट सोसायटी लि. पहुंचकर जांच-पडताल करनी शुरू की. साथ ही सांसद भावना गवली द्वारा संचालित शिक्षा संस्था के अधिकारियों से भी पूछताछ करनी शुरू की. वही अब इस मामले को लेकर शिवसेना व भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमय्या ने गवली के खिलाफ की गई कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि, इस समय सेना सांसद भावना गवली द्वारा अपनी संस्थाओं के जरिये सीधे-सीधे आर्थिक लूट की जा रही है. वहीं शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताते हुए कहा कि, केंद्र की सत्ता में रहनेवाली भाजपा द्वारा अपने विरोधियों को निपटाने हेतु जांच एजेंसियों का सहारा लिया जा रहा है.