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अरूण जवंजाल ने थाने में लगायी फांसी

अब वलगांव थाने में आत्महत्या

  •  नाबालिग से दुराचार मामले में उठाया था पुलिस ने

  •  पूछताछ के लिए लाया गया था थाने

  •  थाने लाये जाने के पांच मिनट बाद ही कर ली आत्महत्या

  •  शर्ट से बनाया था फंदा, पंखे से लटका

  •  एक ही माह में दूसरी सनसनीखेज घटना

  •  जानकारी मिलते ही पूरे आयुक्तालय क्षेत्र में खलबली

  •  तमाम आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे

  •  थानेदार का तबादला, महिला सिपाही निलंबीत

अमरावती/प्रतिनिधि दि.24 – विगत 19 अगस्त को शहर पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप् में एक आरोपी द्वारा पुलिस कस्टडी रिमांड में रहने के दौरान कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. अभी इस बात को बमुश्किल एक महिना ही बीता था कि, गत रोज वलगांव पुलिस थाने में अरूण बाबाराव जवंजाल नामक 50 वर्षीय व्यक्ति ने दिनदहाडे अपनी शर्ट से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पता चला है कि, एक नाबालिग लडकी के साथ दुराचार मामले में जांच और पूछताछ हेतु आष्टी गांव निवासी अरूण जवंजाल को वलगांव पुलिस स्टेशन लाया गया था और थाने में बिठाकर रखा गया था. थाने लाये जाने के बाद महज पांच मिनट के भीतर थाने में ही एकांत पाकर अरूण जवंजाल ने अपनी शर्ट से सिलींग फैन को बांधते हुए फांसी का फंदा बनाया और फिर उसी से लटककर आत्महत्या कर ली. यह मामला उजागर होते ही वलगांव पुलिस थाने सहित समूचे आयुक्तालय में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया और शहर पुलिस के तमाम आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे. पश्चात घटनास्थल का पंचनामा करने की कार्रवाई शुरू की गई. इस मामले की जांच का जिम्मा सीआयडी को सौंपा गया है. साथ ही वलगांव पुलिस स्टेशन के थानेदार गोरखनाथ जाधव को तुरंत कंट्रोल रूम से अटैच करते हुए स्टेशन डायरी ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस सिपाही को तत्काल निलंबीत कर दिया गया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आष्टी गांव निवासी अरूण जवंजाल के खिलाफ गांव में ही रहनेवाली 12 वर्षीय नाबालिग व उसके परिजनों द्वारा गत रोज दोपहर 12 बजे पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गई. जिसमें आरोप लगाया गया कि, जवंजाल ने 12 वर्षीय नाबालिग लडकी के साथ दुष्कर्म किया है. इस समय वलगांव पुलिस स्टेशन के थानेदार गोरखनाथ जाधव उसी परिसर में पेट्रोलिंग कर रहे थे और वायरलेस पर मैसेज मिलते ही मामले की गंभीरता को समझते हुए वे अपने दल-बल के साथ आष्टी गांव पहुंचे और उन्होंने अरूण जवंजाल को अपने कब्जे में लिया. पश्चात उसे वलगांव पुलिस थाने लाया गया. जहां पर उसके खिलाफ अपराध दर्ज करने की कार्रवाई की जाने लगी. इस समय अरूण जवंजाल को स्टेशन डायरी कक्ष के एक कोने में बिठाकर रखा गया था. किंतु सबकी नजर बचाकर अरूण जवंजाल स्टेशन डायरी कक्ष से ही लगे दूसरे कमरे में चला गया और अपनी शर्ट से सिलींग फैन के साथ फांसी का फंदा बनाकर उस पर झूल गया. कुछ समय बाद यह बात ध्यान में आते ही ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को होश फाख्ता हो गये और इसकी जानकारी तुरंत महकमे के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गई. जिससे पूरे आयुक्तालय क्षेत्र में हडकंप व्याप्त हो गया. मौके का पंचनामा करने हेतु जिला व सत्र न्यायाधीश पुरोहित, नायब तहसीलदार रेवसकर तथा सरकारी वैद्यकीय अधिकारी पुलिस स्टेशन पहुंचे. इस समय तक पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, पुलिस उपायुक्त विक्रम साली व शशिकांत सातव, सहायक पुलिस आयुक्त लक्ष्मण डुमरे भी मौके पर पहुंच चुके थे. सीपी डॉ. आरती सिंह ने इस मामले की जांच सीआयडी को सौंपने का निर्णय लिया. पश्चात सीआयडी के अधिक्षक अमोघ गावकर व उपअधीक्षक दिप्ती ब्राह्मणे ने मौके पर पहुंचकर जांच की कमान संभाली.

  • अकोला में हुआ इन कैमेरा पोस्टमार्टम

जिला व सत्र न्यायाधीश की प्रमुख उपस्थिति में घटनास्थल का पंचनामा पूरा करने के बाद मृतक अरूण जवंजाल के शव को फंदे से नीचे उतारा गया और शव को पोस्टमार्टम हेतु अकोला के सरकारी अस्पताल में भिजवाया गया. जहां पर अरूण जवंजाल के शव का इन कैमेरा पोस्टमार्टम किया गया.

  • महज पांच मिनट में घटित हुई घटना

एक महिला द्वारा अपनी अल्पवयीन बच्ची के दुराचार किये जाने की शिकायत देने पर थानेदार जाधव ने आष्टी गांव पहुंचकर अरूण जवंजाल को अपनी हिरासत में लिया और उसे 3.50 बजे वलगांव थाने में लाया गया. जहां पर महज पांच मिनट के भीतर 3.55 बजे अरूण जवंजाल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और इसके करीब पांच मिनट बाद 4 बजे के लगभग यह बात थाने के पुलिस कर्मियों के ध्यान में आयी. जिसके बाद वलगांव पुलिस थाने सहित पूरे आयुक्तालय में हंगामा मच गया.

  •  थाने पर लगा कडा पुलिस बंदोबस्त

वलगांव पुलिस थाने में एक आरोपित व्यक्ति द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिये जाने की घटना उजागर होते ही थाना परिसर में कडा पुलिस बंदोबस्त लगा दिया गया. साथ ही यहां पर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह सहित पुलिस महकमे के तमाम आला अधिकारी की आवाजाही भी शुरू हो गई. ऐसे में यहां पर बंदोबस्त हेतु सभी पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक, अपराध शाखा पुलिस, डीबी व विशेष पथक, कमांडो तथा दंगा नियंत्रण पथक को तैनात कर दिया गया.

  • पुलिस के पक्ष में खडे हुए आष्टीगांववासी

अरूण जवंजाल द्वारा थाने में फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिये जाने की जानकारी मिलते ही जवंजाल परिवार सहित आष्टी गांव से तमाम लोग तुरंत पुलिस थाने में पहुंचे. इसद समय पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद देर शाम आष्टी गांववासियों ने पुलिस उपायुक्त विक्रम साली को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि, बदनामी के भय से अरूण जवंजाल ने खुद आत्महत्या की है. जिसमें पुलिस का कोई दोष नहीं है. अत: इस मामले को लेकर वलगांव पुलिस थाने के किसी भी पुलिस कर्मी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाये.

  • उस समय ‘फ्रेश’ होने गई थी महिला पुलिस कर्मी

थाने में आरोपित व्यक्ति द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिये जाने का मामला उजागर होते ही स्टेशन डायरी ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस कर्मी को तुरंत निलंबीत कर दिया गया. वहीं थानेदार गोरखनाथ जाधव को पुलिस कंट्रोल रूम से संलग्न किया गया. साथ ही उनका पदभार यातायात शाखा के पुलिस निरीक्षक बाबाराव अवचार को सौंपा गया. निलंबीत महिला सिपाही ने अपने बयान में बताया है कि, वह उस वक्त फ्रेश होने के लिए गई थी और उतनीही देर में यह घटना घटित हो गई.

  • सीआयडी ने शुरू की जांच

सीआयडी के अधीक्षक अमोघ गावकर व उपअधीक्षक दीप्ती ब्राह्मणे ने मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल वलगांव पुलिस स्टेशन पहुंचकर मामले से संबंधीत दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया. साथ ही पुलिस थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज भी सीआयडी द्वारा अपने कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की गई.

  • 19 अगस्त की यादें हुई ताजा

बता दें कि, इससे पहले 19 अगस्त की सुबह 6.30 बजे के आसपास लॉकअप में बंद सागर ठाकरे नामक युवक ने लॉकअप् में ही अपनी शर्ट से फंदा बनाते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सागर ठाकरे को एक अल्पवयीन लडकी के अपहरण व बलात्कार मामले में पकडा गया था. हालांकि सागर ठाकरे और उस अल्पवयीन लडकी के आपसी प्रेमसंबंध थे और दोनों ने अपनी मर्जी से घर से भागते हुए शादी की थी. पश्चात अपने खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज होने की शिकायत मिलने के बाद सागर ठाकरे ने खुद आत्मसमर्पण किया था. किंतु लडकी नाबालिग थी. अत: उसके बयान को ग्राह्य नहीं माना गया तथा सागर ठाकरे के खिलाफ अपहरण व बलात्कार सहित पोक्सो की धाराओें के तहत अपराध दर्ज किया गया था. साथ ही अदालत के आदेश पर उसे पीसीआर के तहत राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप् में रखा गया था. जहां पर उसने 19 अगस्त की सुबह अपनी शर्ट से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. वहीं गत रोज भी अरूण जवंजाल को नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के मामले में धरा गया था और उसके खिलाफ बलात्कार व पोक्सो की धाराओं के तहत अपराध दर्ज करने की कार्रवाई चल रही थी. इसी दौरान अरूण जवंजाल ने भी अपनी शर्ट से ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इन दोनों मामलों में शर्ट, बलात्कार व पोक्सो की समानताएं रही.

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वलगांव पुलिस थाने में लॉकअप् की व्यवस्था नहीं है. थाने की ईमारत के एक कमरे में यह घटना घटित हुई है. मामले की जानकारी मिलते ही जांच का जिम्मा सीआयडी को सौंप दिया गया है और मामले की सघन जांच करायी जायेगी.
डॉ. आरती सिंह
शहर पुलिस आयुक्त, अमरावती

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