आशा वर्करों को ८ हजार ५०० रूपये दिया जाए मानधन
भीम ब्रिगेड की ओर से मुख्यमंत्री को भेजा गया निवेदन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२४ – राष्ट्रीय अभियान अंतर्गत काम करनेवाले शहरी व ग्रामीण आशा वर्करों (Asha workers) को सरकार की ओर से कोविड-१९ में ३०० रूपये प्रति रोज व अंगणवाडी सेविकाओं की तरह अशा वर्करों को ८५०० रूपये का मानधन देने की मांग को लेकर आज भीम ब्रिगेड (Bheem Brigade) की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को निवेदन भेजा है.
निवेदन में बताया गया कि आशा वर्कर अपनी जान की परवाह न करते हुए घर-घर जाकर नागरिको की स्वास्थ्य जांच करा रही है. बावजूद इसके आशा वर्करों को मुआवजे के रूप में केवल १ हजार रूपये ही दिए जा रहे है. रोजाना ३३ रूपये का मेहनताना का लाभ नहीं हो रहा है. आशा वर्कर व समूह प्रवर्तको को कोविड-१९ सर्वेक्षण के लिए रोजाना ३०० रूपये मुआवजा दिया जाए.
मार्च से सितंबर का मानधन अब तक मिला नहीं है. वह मानधन तत्काल खाते में जमा किया जाए. मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी अभियान के तहत आशा वर्करों को उचित मानधन देने की मांग की गई. यदि मानधन में बढोतरी नहीं की गई तो अमरावती जिले में शहर की सभी आशा वर्कर भीम ब्रिगेड के नेतृत्व में कल २५ सितंबर से बेमियादी, आंदोलन करेगी. वहीं २९ सितंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकालकर बेमियादी अनशन किया जायेगा. निवेदन सौंपते समय राजेश वानखडे, अशोक नंदागवली,अंकुश आठवले, प्रवीण मोहोड, विक्रम तसरे, उमेश दुर्योधन, नितिन काले, ऋषिकेश उके, अविनाश जाधव, सुशील चोरपगार, सचिन नव्हाले, शेख इर्शाद, अजय तायडे, मंगेश आठवले, अक्षय मोरे, रूपेश तायडे, उमेश कांबले,अक्षस सिनकर, प्रकाश वाकोडे, हर्षल भोगे पाटिल, राजेश भटकर, शरद वाकोडे, ऋषिकेश गायकवाड, सचिन मोंढे आदि मौजूद थे.