नागपुर/दि.17- पिछली बार उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विरुद्ध विधानसभा चुनाव लड़ने वाले आशीष देशमुख ने पल्टी मार दी है. कल 18 जून को वे दोबारा भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. आज उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की. उन्होंने इस मुलाकात को सामान्य भेंट बताया. देशमुख ने कहा कि गडकरी से हमारे पारिवारिक संबंध है. गुरुवार को ही देशमुख शिर्डी से लौटे हैं. श्रद्धा और सबूरी का आशीर्वाद लिया है. उन्होंने कहा कि मैंने सांसद या विधायक पद की मांग नहीं की है. कार्यकर्ता के रुप में भी कार्य करने के लिए मैं तैयार हूं.
उल्लेखनीय है कि आशीष देशमुख को कांग्रेस ने गत माह 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.क्योंकि देशमुख ने सीधे प्रदेशाध्यक्ष पटोले पर भयंकर आरोप किए थे. देशमुख ने पटोले पर हर महीने मुख्यमंत्री शिंदे के कार्यालय से एक करोड़ मिलने का दावा किया था. जिसके बाद उन्हें अनुशासन भंग की नोटीस दी गई और उपरांत पार्टी से निकाल बाहर किया गया. देशमुख ने कांग्रेस महासचिव के.सी.वेणीगोपाल पर भी हमला बोला था. देशमुख 2014 में भाजपा टिकट पर राकांपा के बड़े नेता और अपने चाचा अनिल देशमुख को काटोल क्षेत्र से परास्त कर विधानसभा पहुंचे थे. फिर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे. दक्षिण नागपुर सीट से मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के विरुद्ध चुनाव लड़ा. असफल रहे. वे अपने आपको विदर्भवादी बताते हैं. कल रविवार 18 जून को सावनेर में आयोजित जनसभा में गडकरी,फडणवीस और बावनकुले की उपस्थिति में देशमुख की भाजपा में वापसी होने जा रही है.