पुणे./दि.1- कितनी भी दौडधूप की तो अष्टविनायक दर्शन हेतु 3 दिन लगते हैं. अब यह यात्रा केवल 24 घंटे में संभव होगी. क्योंकि अष्टविनायक के स्थलों को जोडनेवाली 252 किमी सडक परियोजना पर काम शुरु हो गया है. मुख्य अभियंता अतुल चव्हाण ने बताया कि सडकों का काम अंतिम चरण में है.
चव्हाण के अनुसार सितंबर 2018 में लोनिवी के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 900 करोड रुपए का फंड आवंटित किया गया. इसमें सडक की मरम्मत, मजबूत बनाना और चौडा करना का काम शामिल था. उसमें से मोरेश्वर-मोरगांव, चिंतामणी-थैउर, गिरजात्मक-लेण्याद्री, विध्नेश्वर-ओझर और महागणपति-राजनगांव यह पांच गणपती पुणे जिले में हैं. सिद्धेश्वर-सिद्धटेक नगर जिले में है. बल्लालेश्वर-पाली और वरद विनायक-महाड यह दो मंदिर रायगढ जिले में है. पूरा मार्ग 254 किमी है.
महाराष्ट्र सडक विकास निगम एमएमआरडीसी और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई अंतर्गत महामार्ग मरम्मत व सुधार का कार्य लोनिवी ने शुरु करते हुए 252 किमी सडक निर्माण आरंभ किया है.