फिलहाल शालाएं खोलने का निर्णय न लिया जाये
शिक्षक महासंघ अध्यक्ष शेखर भोयर ने की शिक्षा मंत्री से मांग
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – इस समय कोरोना संक्रमण का खतरा दुबारा बढ रहा है. इसके बावजूद सरकार द्वारा आनन-फानन में शालाएं खोलने का निर्णय लिया जा रहा है. यह जल्दबाजी विद्यार्थियों के लिहाज से काफी घातक हो सकती है. ऐसे में सभी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए फिलहाल शालाओं को बंद ही रखा जाये. इस आशय की मांग शिक्षक महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष शेखर भोयर द्वारा शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड (Education Minister Varsha Gaikwad) व शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू (Minister State Education Bachchu Kadu) से की गई है. इस संदर्भ में जारी किये गये पत्र में शेखर भोयर ने कहा है कि, इस समय कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने की संभावना स्पष्टतौर पर दिखाई दे रही है. ऐसे माहौल में यदि शालाओं को खोला जाता है, तो महाराष्ट्र में भी फ्रान्स व उत्तर कोरिया जैसे हालात बनने से कोई रोक नहीं पायेगा. देश के अन्य राज्यों में शालाओं को खोले जाने के बाद करीब तीन हजार विद्यार्थियों को कोरोंटाईन करना पडा. जिसमें से १०० विद्यार्थियों में कोरोना संक्रमण पाया गया था. ऐसी स्थिति को टालने हेतु फिलहाल महाराष्ट्र में शालाओं को न खोला जाये. शेखर भोयर ने अपने पत्र में यह मांग भी उठायी की. जब तक कोरोना की संक्रामक बीमारी के खिलाफ कोई कारगर वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती, तब तक शालाओं को बंद ही रखना बेहतर रहेगा.