वृध्दा पर चाकू से हमला कर जेवरात उडाए
ब्राह्मणवाडा थडी के गंगाबाई मंदिर परिसर की घटना
-
चांदूर बाजार से अमरावती लाते हुए वृध्दा की मौत
-
आरोपियों का नहीं चला पता
चांदूर बाजार/प्रतिनिधि दि.8 – चांदूर बाजार तहसील के ब्राह्मणवाडा थडी गांव में रहने वाली 75 वर्षीय गिरजाबाई अन्नाजी आमझरे नामक महिला पर आज सुबह 9 बजे के दौरान कुछ अज्ञात बदमाश ने गले पर चाकू से वार कर उसके गले से 7 ग्राम का मंगलसूत्र छिन लिया और जख्मी वृध्दा को घर में लहूलुहान छोडकर हमलावर भाग गया. वृध्दा का पति अन्नाजी आमझरे आज सुबह इसी गांव में रहने वाली उनकी बेटी के घर चाय पीने गए थे. जबकि उनके चारों लडके और नातु खेत में काम करने गए थे. जब अन्नाजी आमझरे चाय पीकर घर वापस आया तो उन्हें गिरजाबाई खून से सनी हालत में घर में पडी दिखाई दी. तब गिरजाबाई के बडे बेटे लक्ष्मण आमझरे और नातु नितेश आमझरे ने उसे तत्काल गांव के एक निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने गिरजाबाई की स्थिति देख उसे चांदूर बाजार के ग्रामीण अस्पताल में रेफर किया. चांदूर बाजार के डॉक्टरों ने गिरजाबाई को अमरावती ले जाने की सलाह दी, लेकिन अस्पताल से कुछ ही दूरी पर इस वृध्दा ने दम तोड दिया. तब उसके रिश्तेदार उसे फिर चांदूर बाजार के ग्रामीण अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. गिरजाबाई के बेटे लक्ष्मण आमझरे ने इसकी जानकारी ब्राह्मणवाडा थडी पुलिस को दी. खबर मिलते ही ब्राह्मणवाडा के थाना प्रभारी दिपक वडवी और पीएसआई संजय शिंदे तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना हुए. हत्यारे का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के अनुसार ब्राह्मणवाडा थडी गांव में गंगामाई मंदिर परिसर के पास भोईपुरा है. इसी भोईपुरे में मृत गिरजाबाई आमझरे का घर है. घर के पीछे के हिस्से में गिरजाबाई के चारों बेटे रहते है और सामने के हिस्से में गिरजाबाई व अन्नाजी आमझरे रहते है. आज सुबह किसी काम से अन्नाजी आमझरे गांव में रहने वाली उनकी बेटी के घर चाय पीने गए और उनके चारों लडके खेत में काम करने गए थे. थोडी देर बाद जब अन्नाजी आमझरे घर वापस आये, उन्होंने देखा तो गिरजाबाई के गले पर चाकू का गंभीर मार लगा है. वह लहुलुहान होकर घर में पडी थी. जबकि उसके गले में स्थित 7 ग्राम का अष्टकोनी मंगलसूत्र जिसकी कीमत 30 हजार रुपए बताई जाती है, वह गायब था. अन्नाजी आमझरे ने उसी समय होहल्ला मचाया. खबर मिलते ही उनका बडा बेटा लक्ष्मण आमझरे, दूसरा बेटा दादाराव आमझरे, उनके नातू नितेश लक्ष्मण आमझरे और गणेश रामभाऊ आमझरे यह तत्काल घर दौड आये. गंभीर जख्मी गिरजाबाई को डॉ.व्दिवेदी के निजी अस्पताल में ले जाया गया. वहां से तत्काल उसे चांदूर बाजार के ग्रामीण अस्पताल में लाया. उस समय तक वृध्दा के पल्स शुरु थे, लेकिन वह कोई बयान देने के लायक नहीं थी. उसकी स्थिति को देख डॉक्टरों ने तत्काल उसे अमरावती ले जाने की सलाह दी. परिजन गिरजाबाई को लेकर अमरावती की ओर निकले, लेकिन वहीं से कुछ ही दूरी पर उसकी मौत हो गई. इस कारण गिरजाबाई को तत्काल फिर से चांदूर बाजार के ग्रामीण अस्पताल में ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. उसी समय लक्ष्मणराव आमझरे ने घटना की जानकारी ब्राह्मणवाडा थडी पुलिस को दी. ब्राह्मणवाडा के थानेदार दिपक वडवी के नेतृत्व में पीएसआई संजय शिंद, हेडकाँस्टेबल किसन सपाटे, नायब पुलिस सिपाही वानखडे, दिनेश वानखडे, महेंद्र राउत मामले की जांच कर रहे है.