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कोविड काल के बाद शहर में बढी औसत मृत्यु दर

संक्रमण की लहर सुस्त पडने के बावजूद मौतों के मामले में तेजी

  • विगत दो वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक है मौतों का प्रमाण

  • सर्वाधिक मौतें हुई सितंबर माह के दौरान

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – कोविड संक्रमण की दो लहर का कहर जारी रहने के दौरान अंदेशा जताया जा रहा था कि, महामारी की वजह से मौतों का प्रमाण बढ सकता है. किंतु महामारी का असर खत्म होने के बावजूद भी अमरावती मनपा क्षेत्र में मृत्यु दर काफी अधिक देखा जा रहा है और रोजाना होनेवाली औसत मौतों की संख्या तुलनात्मक रूप से काफी अधिक है. ऐसे में कोविड संक्रमण काल बीतने के बावजूद मौतों के मामले में बढोत्तरी रहने के चलते काफी हद तक चिंता का माहौल देखा जा रहा है.
बता दें कि करीब 8 लाख की आबादीवाले मनपा क्षेत्र में जारी वर्ष 2021 के पहले नौ माह के दौरान 6 हजार 444 मौतें हुई है. यानी शहर में रोजाना औसतन 28 लोगों की मौत हुई. यह तुलनात्मक रूप से विगत तीन वर्षों के लिहाज से काफी अधिक संख्या है. हालांकि इसमें कोविड संक्रमण की वजह से जान गंवानेवाले 1 हजार से अधिक लोगों का समावेश है. यदि इस संख्या को भी कम किया जाता है, तो भी करीब 5 हजार 444 मौतों के मामले नॉन कोविडवाले रहे. बता दें कि, वर्ष 2019 में 4 हजार 933 तथा वर्ष 2020 में 5 हजार 242 मौतें हुई थी. वर्ष 2020 में ही अप्रैल माह से कोविड संक्रमण की महामारी ने पांव पसारना शुरू किया था और जुलाई माह से संक्रमितों की संख्या में बढोत्तरी होनी शुरू होकर सितंबर माह में विस्फोटक हालात पैदा हुए थे. साथ ही अक्तूबर-नवंबर माह के बाद स्थिति कुछ हद तक नियंत्रित हुई थी. किंतु जारी वर्ष 2021 के फरवरी माह से कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का दौर शुरू हुआ तथा अप्रैल-मई माह में हालात काफी विस्फोटक हो गये. पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर के दौरान संक्रमितों व मौतों की संख्या व प्रमाण काफी अधिक रहे और जारी वर्ष में फरवरी से मई-जून माह के दौरान कोविड संक्रमण के चलते 1 हजार से अधिक लोगों की जान गई. वहीं जारी वर्ष में 1 जनवरी से 30 सितंबर के दौरान कुल 6 हजार 444 मौतें हुई है. जिसमें सर्वाधिक उल्लेखनीय यह है कि, जारी वर्ष के सितंबर माह में कोविड संक्रमण का असर लगभग खत्म हो जाने के बावजूद 920 नागरिकों की मौत हुई है. यानी सितंबर माह में रोजाना औसतन 31 लोगों की विभिन्न कारणों के चलते मौत हुई. यह जारी वर्ष में माहनिहाय सर्वाधिक संख्या है. वहीं जारी अक्तूबर माह में 1 अक्तूबर से 17 अक्तूबर के बीच 654 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में इस बात को लेकर चिंता जतायी जा रही है कि, जब कोविड संक्रमण का असर विगत मई-जून माह के दौरान ही सुस्त हो गया और इस समय रोजाना इक्का-दुक्का संक्रमित ही पाये जा रहे है, तो इसके बावजूद मौतों के मामले में तुलनात्मक रूप से तेजी क्यों है.

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