भुमिपूजन के लिए तैयार रामलला की अयोध्या
सज गया राम का धाम, कल होगा राम मंदिर का भुमिपूजन
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४० किलो चांदी की ईट से रखी जायेगी आधारशीला
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१७५ को ही निमंत्रण दिया गया
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१३५ संतों का समावेश
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मुख्य मंच पर पीएम मोदी के अलावा केवल पांच लोग ही रहेंगे
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अयोध्या की सीमा को सील, बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगी रोक
अयोध्या / हिं. स./ दि. ४ – राम नगरी अयोध्या धाम में श्री राम जन्म स्थल पर बुधवार ५ अगस्त को राम मंदिर के निर्माण कार्य का भुमिपूजन व शिलान्यास होने जा रहा है. जिसके लिए राम का धाम कही जाती अयोध्या नगरी में चहुंओर हर्षोल्लास का वातावरण है और अयोध्यानगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. साथ ही यहां पर विभिन्न धार्मिक उपक्रम भी शुरू किये गये है और प्रस्तावित राम मंदिरवाले स्थान पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच लगातार धार्मिक अनुष्ठान जारी है. वहीं बुधवार ५ अगस्त को अपरान्ह १२.१५ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मंदिर की आधारशिला रखी जायेगी. इस समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ केवल पांच लोग ही मंच पर उपस्थित रहेंगे. वहीं आयोजन में शामिल होने हेतु केवल १७५ लोगों को ही निमंत्रित किया गया है. जिसमें ३६ परंपराओं के १३५ संतों का समावेश रहेगा. इस कार्यक्रम को लेकर देश सहित विदेशों में रहनेवाले भारतवंशियों में जबर्दस्त हर्षोल्लास का माहोल है. साथ ही हर कोई इस भुमिपूजन समारोह की बडी उत्कंठा से प्रतिक्षा कर रहा है. जिसके चलते इस आयोजन का देश सहित दूनिया के कई देशों में सीधा प्रसारण किया जायेगा. इस आयोजन को लेकर इस समय रामनगरी अयोध्या में हर ओर सुरक्षा के बेहद कडे इंतजाम किये गये है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तथा अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही जिन-जिन स्थानों पर बुधवार ५ अगस्त को पीएम मोदी उपस्थित रहेंगे, वहां के चप्पे-चप्पे का एसपीजी कमांडो की टीम ने दौरा किया और एसपीजी की देखरेख में ही हनुमानगढी मंदिर तथा श्री राम जन्मभुमि परिसर को नगर निगम की टीम द्वारा सैनिटाईज किया गया है.
ऐसा है पीएम मोदी का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ५ अगस्त की सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से ९.३५ बजे विशेष वायुयान के जरिये १०.३५ लखनउ के अमौसी एयरपोर्ट पहुचेंगे. जहां से १०.४५ बजे हेलीकॉप्टर से रवाना होकर ११.३० बजे अयोध्या के साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर उतरेंगे. यहां से वे ११.४० बजे हनुमानगढी पहुंचकर पूजा व दर्शन करेंगे और ठीक १२ बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुचेंगे. जहां पर विराजमान रामलला का दर्शन व पूजन करने के उपरांत वे १२.१५ बजे रामजन्मभुमि परिसर में पारिजात का पौधा लगायेंगे. पश्चात १२.३० बजे बहुप्रतिक्षित भुमिपूजन कार्यक्रम शुरू होगा, जो ठीक दस मिनट तक चलेगा. पश्चात वे श्री राम जन्मभुमि शिलान्यास के सार्वजनिक समारोह में शामिल होंगे. जो करीब सवा घंटे तक चलेगा. इसके बाद पीएम मोदी २.०५ बजे साकेत महाविद्यालय हेलीपैड के लिए रवाना होंगे और २.२० बजे हेलीपैड से लखनउ के लिए रवाना हो जायेंगे. जहां से शाम में वे राजधानी दिल्ली के लिए उडान भरेंगे
ये लोग होंगे आयोजन में शामिल
बता दें कि, इस आयोजन में मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के अलावा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहेंगे. वहीं इस समारोह में शामिल होने हेतु केवल १७५ लोगों को ही निमंत्रण दिया गया है. जिनमें १३५ संतों का समावेश है. आमंत्रित संतों में दशनामी संन्यासी परंपरा, वैष्णव परंपरा, रामानुज परंपरा, नाथ परंपरा, निम्बार्क, माधवाचार्य, वल्लभाचार्य, रामसनेही, कृष्णप्रणामी, उदासीन, कबीरपंथी, चिन्मय मिशन, रामकृष्ण मिशन, qलगायत, वाल्मीकी संत, रविदासी संत, आर्य समाज, सिख परंपरा, बौध, जैन, इस्कान, स्वामीनारायण, वारकरी, एकनाथ, बंजारा व वनवासी संत, आदिवासी गौण, गुरु परंपरा, भारत सेवाश्रम संघ, आचार्य समाज, qसधी संत व अखाडा परिषद के संत पदाधिकारियों का समावेश रहेगा. इसके अलावा नेपाल के जानकी मंदिर के महंत भी भूमिपूजन के कार्यक्रम का हिस्सा होंगे. इसके अलावा राम मंदिर आंदोलन में शहीद हुए कारसेवकों के परिवारजन भी इस आयोजन में शामिल होंगे. जिनमें अयोध्या से राजेंद्र धरकार, वासुदेव गुप्त, रमेश पाण्डेय, रामअचल गुप्त का समावेश है. वहीं कोलकाता से राम कोठारी व शरद कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी भी अयोध्या आ रही है. साथ ही आमंत्रितों में रामलला प्राकट्य में अहम भुमिका निभानेवाले तत्कालीन सिटी मैजिस्ट्रेट ठाकुर गुरूदत्तqसह के पौत्र शक्तिसिंह भी शामिल है. भूमिपूजन में शामिल होने के लिए इन सभी अतिथियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से दो घंटे पहले ही स्थल पर पहुंचना होगा.
इकबाल और शरीफ को भी न्यौता
ट्रस्ट ने भूमिपूजन के लिए पद्मश्री मो.शरीफ को भी आमंत्रित किया है. हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करा चुके मो. शरीफ ने पद्मश्री अलंकरण से सम्मानित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई थी और रविवार को ही अपना यह मन्तव्य व्यक्त किया था, जिसके बाद पीएम कार्यालय द्वारा उन्हें भुमिपूजन समारोह में आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन में बुलाया गया है. बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी पीएम मोदी को रामनामी के साथ ही रामचरितमानस की एक प्रति भी भेंट करेंगे. विगत बीती ९ नवंबर को राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के साथ विवाद पीछे छोडकर तरक्की की राह पर बढ़ने का आह्वान कर चुके बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे मो. इकबाल मंदिर निर्माण की बेला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारी में हैं और उन्होंने पीएम मोदी के स्वागत हेतु आज ही रामचरितमानस और रामनामी खरीदी है. उन्होंने कहा कि वे भी प्रधानमंत्री के स्वागत को उत्सुक है और इसके लिए रामनामी और मानस जैसी अयोध्या की अनमोल धरोहर लेकर आये हैं. इकबाल ने कहा कि रामनामी हो या मानस, यह जितना qहदुओं के लिए आदरयोग्य है, उतनी ही मुस्लिमों के भी लिए भी आदरणीय है. भूमि पूजन समारोह का औपचारिक निमंत्रण मिलने के बाद से इकबाल काफी प्रसन्न भी हैं.
लखनऊ से मुस्लिम महिला ने भेजी राखी
रामलला के लिए लखनऊ की मुस्लिम महिला चांदनी शाहबानो ने डाक से राखी भेजी है. ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने यह जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि भगवान राम से प्रेम धर्म की सीमाओं से परे हैं.
सजावट के लिए कोलकाता से मंगाए गए फूल
बता दें कि, विगत कई सप्ताह से अयोध्या को सजाने का काम किया जा रहा है और इस समय अयोध्या नगरी लक-दक होकर पूरी तरह से तैयार है. साथ ही भुमिपूजन समारोह को अविस्मरणीय बनाने के भी तमाम इंतजाम किये गये है. जिसके तहत अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में सजावट के लिए देश-विदेश की विभिन्न प्रजातियों के फूल कोलकाता से मंगाए जा रहे हैं. ४ अगस्त से फूलों की सजावट शुरू हो जाएगी. लगभग साढे तीन किलोमीटर लंबी सजावट होनी है. इसके अलावा गमलों को रंग-रोगन कर तैयार किया जा रहा है. साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर प्रधानमंत्री उतरेंगे. यहां से राममंदिर भूमिपूजन स्थल व हनुमानगढी तक पूरे रास्ते को फूलों से सजाया जाएगा.
रामनगरी में बाहरी लोगों का प्रवेश बंद
इस समय रामनगरी अयोध्या में बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. बिना आइकार्ड चेक किए किसी को भी शहर में जाने की अनुमति नहीं मिल रही है. ४ अगस्त की मध्य रात्रि से लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जिले की सीमा से बाहरी व माल वाहक वाहनों के लिए यातायात डायवर्ट कर दिया गया है और रामनगरी के संपर्क मार्गों पर सोमवार से पहरा बैठा दिया गया है. रामनगरी के प्रमुख मंदिर सहित कार्यशाला को भी कडी निगरानी में रखा गया है.
ब्लैक कैट कमांडो ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई महत्वपूर्ण हस्तियों की बुधवार ५ अगस्त को उपस्थिति रहेगी. इसे देखते हुए प्रशासन कोई कोर कसर छोडना नहीं चाहता है और मंगलवार से ही हनुमानगढी के सामने ब्लैक कैट कमांडो ने मोर्चा संभाला लिया है. वहीं अधिकारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी के कल आगमन के मद्देनजर रिहर्सल भी किया. पीएम कार्यक्रम के २६ ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं, जिनमें करीब ४० मजिस्ट्रेटों की भी ड्यूटी लगायी गयी है. पीएम के नियत कार्यक्रम से तीन घंटे पहले मजिस्ट्रेट को अपने ड्यूटी प्वाइंट पर पहुंचना होगा. पीएम की ड्यूटी में तैनात मजिस्ट्रेट काले रंग का बंद गले का कोट, सफेद शर्ट व काले पैंट में होंगे. पीएम कार्यक्रम का यही ड्रेस कोड है.
आज व कल अयोध्या में मनेगा दीपोत्सव
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा लोगों से भूमिपूजन के अवसर पर चार व पांच अगस्त को पूजन, अनुष्ठान और शाम को दीपोत्सव का आह्वान किया गया है. इस आह्वान को अयोध्या ने पूरी शिद्दत के साथ शिरोधार्य किया है. साथ ही ट्रस्ट सहित संघ परिवार, भाजपा व उसके अन्य सहयोगी संगठनों की ओर से दीपोत्सव को सफल बनाने के लिए लोगों तक आवश्यक संसाधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके अलावा रामनगरी के साधु-संत भी अपने स्तर से दीपोत्सव मनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
तीन दिनों से जारी है अनुष्ठान समारोह
बता दें कि, राम जन्मभूमि पर भव्य-दिव्य मंदिर निर्माण के लिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप भूमि पूजन का तीन दिवसीय अनुष्ठान सोमवार सुबह नौ बजे से शुरू हो गया है. इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति बुधवार ५ अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि एवं शिलापूजन के साथ मंदिर की आधारशिला रखकर करेंगे. इस अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए तथा अनुष्ठान के शुभारंभ के मौके पर दिल्ली के आचार्य चंद्रभानु, अयोध्या के आचार्य इंद्रदेव एवं प्रयाग के आचार्य पंकज जैसे पारंगत वेदज्ञों के साथ २१ वैदिक आचार्यों ने पूजन किया. दिव्य मंत्रोच्चार से भव्य मंदिर के निर्माण के लिए प्रस्तावित पांच एकड का संपूर्ण परिसर गूंज उठा. वहीं मंगलवार को मंत्र जाप और ग्रंथों के पाठ के बीच रामार्चा पूजन और रामार्चा कथा संयोजित की गई.
नौ शिलाआें का होगा पूजन
बुधवार ५ अगस्त को जिन नौ शिलाओं से पीएम मोदी मंदिर के निर्माणस्थल का भूमि पूजन करेंगे, उनमें एक शिला जन्मस्थान व शेष आठ मंदिर के लिए उत्तर, पूर्व, पश्चिम व दक्षिण दिशा में चिङ्घाकित स्थानों पर रखी जाएंगी. इन शिलाओं का चयन १९८९ में पूजित शिलाओं में से किया गया है, जिन्हेंं हाथों से आसानी से उठाया जा सके.
स्व. अशोक सिंघल के भतीजे सलील सिंघल होंगे मुख्य यजमान
बुधवार ५ अगस्त के कार्यक्रम में मुख्य यजमान के तौर पर विहिंप के शीर्ष नेता रहे दिवंगत अशोक सिंघल के भतीजे सलील सिंघल उपस्थित रहेंगे, वहीं वाराणसी, मथुरा, अयोध्या व दिल्ली के आचार्यों द्वारा भूमिपूजन करवाया जायेगा.