अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

बबलू देशमुख है भाजपा के ‘स्लीपर सेल’

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रा. श्याम मानव ने लगाया आरोप

* बोले – देशमुख ने चांदूर बाजार की सभा में भाजपा के खिलाफ नहीं बोलने की रखी थी शर्त
* शर्त नहीं माने जाने के चलते ऐन समय पर सभा के रद्द होने की बात भी कही
अमरावती/दि.2 – अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष तथा ‘संविधान बचाओ, देश बचाओ’ व्याख्यानमाला के प्रमुख वक्ता का श्याम मानव ने कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू उर्फ अनिरुद्ध देशमुख को भाजपा का ‘स्लीपर सेल’ संबोधित करते हुए आरोप लगाया है कि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहने वाले बबलू देशमुख द्वारा चोरी-छीपे तरीके से भाजपा के साथ मिलकर काम किया जाता है. प्रा. श्याम मानव द्वारा लगाये गये इस आरोप के चलते जिले की राजनीति में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.
प्रा. श्याम मानव के मुताबिक उनकी दो दिन पहले चांदूर बाजार में महाविकास आघाडी की ओर से व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया था. लेकिन इस आयोजन से पहले कांग्रेस नेता बबलू देशमुख ने उन तक यह संदेश भिजवाया कि, वे इस व्याख्यानमाला में भाजपा के खिलाफ एक भी शब्द न कहे, बल्कि क्षेत्र के विधायक बच्चू कडू को लेकर ही जमकर आरोप लगाये. प्रा. श्याम मानव ने बताया कि, उनके द्वारा इस शर्त को मान्य नहीं किये जाने पर बबलू देशमुख ने ऐन समय पर चांदूर बाजार में आयोजित उनकी सभा को रद्द कर दिया. जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि, बबलू देशमुख द्वारा कांग्रेस में रहते हुए चोरी-छीपे तरीके से भाजपा के लिए काम किया जा रहा है. साथ ही उन जैसे ‘स्लीपर सेल’ लोगों की वजह से ही आज कांग्रेस की यह अवस्था हुई है. ऐसे में कांग्रेस का शुद्धिकरण करने के साथ ही संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी में रहने वाले बबलू देशमुख जैसे ‘स्लीपर सेल’ लोगों को पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए.
इस संदर्भ में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए प्रा. श्याम मानव ने यह आरोप भी लगाया है कि, विगत लोकसभा चुनाव में ही कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख ने महाविकास आघाडी को ब्रेक लगाते हुए भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा के लिए ‘अंदरखाने’ से काम किया और लोगसभा चुनाव के दौरान राणा दम्पति व कांग्रेस नेता बबलू देशमुख के बीच रहने वाली मिलीभगत का कई लोगों ने अनुभव भी किया था. हालांकि इसके बावजूद भी भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को अत्यल्प मतों से पराजीत होना पडा और नवनीत राणा की हार में विधायक बच्चू कडू की महत्वपूर्ण भूमिका रही. प्रा. श्याम मानव के मुताबिक नवनीत राणा के चुनकर आने के बाद बबलू देशमुख को भाजपा द्वारा अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने के साथ ही चुनाव जीताने का भी आश्वासन मिला था. जिसके चलते विगत लंबे समय से बबलू देशमुख के राणा दम्पति सहित भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष व सांसद अनिल बोंडे के साथ बेहद नजदीकी व घनिष्ठ संबंध बन गये है. संभवत: यहीं वजह है कि, महाविकास आघाडी की ओर से आयोजित व्याख्यानमाला में भाजपा के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहने की शर्त कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष रहने वाले बबलू उर्फ अनिरुद्ध देशमुख द्वारा रखी गई थी और इस शर्त को स्वीकार नहीं किये जाने पर उन्होंने सीधे उस व्यायानमाला को ही रद्द करवा दिया. जिससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि, बबलू देशमुख द्वारा कांग्रेस में रहते हुए अंदरुनी तौर पर ‘स्लीपर सेल’ एजेंट के रुप में भाजपा के लिए काम किया जा रहा है.

* बबलू देशमुख का फोन ‘बिझी’ व ‘नॉट रिचेबल’
वहीं इस पूरे मामले को लेकर प्रतिक्रिया हेतु आज दिनभर के दौरान कई बार प्रयास करने के बावजूद कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख से संपर्क नहीं हो पाया. हर बार उनके मोबाइल पर फोन लगाने पर दूसरी ओर से ‘नंबर बिझी’ व ‘नंबर नॉट रिचेबल’ रहने का संदेश ही सुनाई देता रहा.

Related Articles

Back to top button