अमरावती/दि.२०– प्ल्यूरल इन्फ्युजन की बीमारी से त्रस्त मेलघाट के छह माह के राकेश कासदेकर इस नन्हे बालक पर स्वास्थ्य विभाग की कार्य तत्परता से समय पर शल्यक्रिया किए जाने से उसे पुर्नजीवन मिला है. मेडिकल सेवा सही मायनों में बच्चे के लिए करागर साबित हुई है.
यहां बता दें कि चिखलदरा तहसील के टेम्बु में रहनेवाले ६ साल के बालक राकेश रामा कास्देकर को १४ जनवरी को अचानक सांस लेने में दिक्कतें आने लगी थी. बावजूद इसके मेडिकल उपचार के लिऐ राकेश के परिजन तैयार नहीं थे. यह जानकारी मिलते ही गांव की स्वास्थ्य सेविका स्मिता राऊत, आशा सेविका सुनिता कासदेकर ने परिवार का समुपदेशन कर बच्चे की डॉ. सागर कोगदे के जरिए मेडिकल जांच करायी. जांच के बाद बच्चे की सेहत ठीक नहीं होने की बात पता चली. जिसके बाद एम्बुलेंस बुलाकर बच्चे को चुर्णी के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती किया गया. इस समय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने राकेश के माता पिता को धीरज बंधाया. चुर्णी ग्रामीण अस्पताल के डॉ. दारसवार की सलाह के अनुसार बच्चे को जिला सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया. इसके लिए सभी सेवाएं परिवार को उपलब्ध कराकर दी गई.
जिला सामान्य अस्पताल में बच्चे को भर्ती किए जाने के बाद बालरोग विशेषज्ञों ने बच्चे पर मेडिकल उपचार व जांच शुरू किया. बच्चे के सीने में फ्लूयरल इन्फ्यूजन होने की बात सामने आयी. बच्चे को सभी प्रकार के प्रति जैविक देकर भी उसकी तबीयत में सुधारणा नहीं हो रही थीं. तबीयत गंभीर व चिंताजनक होने से जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. सतिश हुमणे को बुलाया गया ेऔर उनके मार्गदर्शन में शल्यक्रिया कर उपचार करने का निर्णय लिया गया. बच्चे के फ्ल्यूरल स्पेस में विशेष प्लास्टिक ट्युब डालकर खराब पानी बाहर निकालने यानि आयसीडी करने का निर्णय लिया गया. यह काफीे जटील शल्यक्रिया डॉ. संतोष राऊत ने सफलतम ेपूरी की. बालरोग विशेषज्ञ डॉ. नागलकर की दवाईयों से राकेश को नया जन्म मिला. फिलहाल राकेश की तबीयत ठीक हैे और वह प्राकृतिक रूप से सांस भी ले रहा है. यह जटील शल्यक्रिया सफल करने पर डॉ. निकम, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले, जिला सामान्य अस्पताल की संपूर्ण चिकित्सकों की टीम, परिचारिका टीम, ग्रामीण अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी, कर्मचारी, स्वास्थ्य सेविका, आशा वर्कर आदि का अभिनंदन किया जा रहा है.
स्वास्थ्य यंत्रणाओं ने इसी तरह अपने कार्य तत्परता से करने चाहिए. स्वास्थ्य विभाग पर मेलघाटवासियों का द़ृढ़ विश्वास बने इसके लिए कर्मचारियों ने नियमित कार्यक्षेत्र में भेंट देकर उनका समुपदेशन करना चाहिए. जिसके जरिए मातामृत्यु व बालमृत्यु का प्रमाण कम होने में मदद मिलेगी यह आह्वान महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमति ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख, जिलाधिकारी शैलेश नवाल व मुख्य कार्यकारीे अधिकारी अमोल येडगे ने किया है.