बच्चु कडू बने मोटरसाईकिल से दिल्ली जानेवाले अकेले व पहले मंत्री
-
किसानों का दर्द समझने कर रहे 1200 किमी की बाईक यात्रा
-
मंत्री रहने के बावजूद अन्य राज्यों में नहीं ले वीआईपी सुविधाए
अमरावती/प्रतिनिधि दि.८ – अमूमन जब किसी राज्य में मंत्री या राज्यमंत्री रहनेवाला व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा पर निकलता है, तो उसके साथ सरकारी वाहनों का काफीला व पुलिस की सुरक्षा जैसी सुविधाएं उपलब्ध होती है और सडकों से साईरन बजाते हुए गुजरनेवाले वाहनों को देखकर ही लोगबाग अंदाजा लगा लेते है कि, किसी मंत्री का काफीला जा रहा है. लेकिन अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होकर महाराष्ट्र के राज्यमंत्री बननेवाले बच्चु कडू हमेशा ही लीक से हटकर काम करने के लिए जाने जाते है, और इस बार भी बच्चु कडू अपने कार्यकर्ताओं के साथ बिना किसी सरकारी तामझाम के दुपहिया वाहन पर सवार होकर दिल्ली की ओर आगे बढ रहे है.
बता दें कि, इस समय देश की राजधानी दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है, जिसे समर्थन देने हेतु नेताओें सहित कई प्रख्यात हस्तियां भी दिल्ली पहुंच रही है. इसी कडी में हमेशा ही किसानों, गरीबों, आदिवासियों व मजदूरों के लिए लडनेवाले राज्यमंत्री बच्चू कडू ने भी दिल्ली पहुंचकर वहां चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन देने का फैसला किया और वे अपने सैंकडों कार्यकर्ताओं के साथ दुपहिया रैली लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गये. जिसके तहत मंगलवार की सुबह मध्यप्रदेश के ग्वालियर से आगे बढते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू की दुपहिया रैली उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर गयी है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यदि राज्यमंत्री बच्चु कडू चाहते, तो रेल, हवाई जहाज या अपनी कार में सफर करते हुए आरामदायक तरीके से भी दिल्ली जा सकते थे, लेकिन वे इस दुपहिया रैली में शामिल होकर खुद अपनी बुलेट चलाते हुए रोजाना 200 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे है. ज्ञात रहे कि, प्रोटोकॉल के मुताबिक मंत्री होने के नाते उन्हें अन्य राज्यों में भी वीआईपी सुविधाएं उपलब्ध हो सकती है, लेकिन राज्यमंत्री बच्चु कडू अपने कार्यकर्ताओं के साथ बेहद आम नागरिक व किसान की तरह दिल्ली की ओर आगे बढ रहे है. साथ ही जहां सभी कार्यकर्ताओं हेतु भोजन व विश्राम की सुविधा उपलब्ध होती है, वहीं पर वे भी भोजन व विश्राम करते है. ज्ञात रहें कि, इन दिनों उत्तर भारत में कडाके की ठंड पड रही है, लेकिन इसके बावजूद ठंड और तकलीफों की परवाह किये बिना प्रहारियों का जत्था बेधडक तरीके से दिल्ली की ओर आगे बढता जा रहा है.
आम लोगों की नजर पहले से हीरो हैं बच्चु कडू
उल्लेखनीय है कि, बच्चु कडू एवं उनके प्रहार जनशक्ति नामक संगठन के जरिये विगत लंबे समय से जनसमस्याओं को लेकर समूचे विदर्भ में बडे अनूठे तरीके से आंदोलन किये जाते रहे है और ऐसे तमाम आंदोलन लंबे समय तक चर्चा में रहे. जिस समय बच्चु कडू राज्यमंत्री तो क्या विधायक भी नहीं थे, तब भी जिलास्तर से लेकर मंत्रालय स्तर तक के अधिकारी उनके नाम और काम के तरीके से घबराया करते थे. यहीं वजह रहीं कि, आम लोगों में राज्यमंत्री बच्चु कडू की छवि किसी हीरो से कम नहीं है. यदि बच्चु कडू को अपने आप में एक चलता-फिरता आंदोलन कहा जाये, तो यह अतिशयोक्ती नहीं होगी. वहीं अपने अनूठे आंदोलनों के लिए विख्यात बच्चु कडू ने इस बार भी अपने आप में एक बेहद अनूठा कदम उठाया है, और वे तमाम सरकारी प्रोटोकॉल को दरकिनार कर अपने कार्यकर्ताओं के साथ बाईक पर सवार होकर दिल्ली हेतु रवाना हो गये है. बच्चु कडू के दिल्ली कूच की चर्चा भी इस समय राज्य सहित समूचे देश में सूर्खियों का विषय बनी हुई है.