अकोला/प्रतिनिधि दि.20 – जिले की पातूर तहसील अंतर्गत वाहल बु. गांव निवासी एक परिवार ग्राम सचिव की लापरवाही के चलते विगत पांच दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. यह बात पता चलते ही प्रहार जनशक्ति पार्टी द्वारा इस परिवार के लिए घर बनाकर देने का संकल्प किया गया है. साथ ही पातूर के तहसीलदार दीपक बाजड ने भी अपनी ओर से पहल करते हुए गत रोज इस परिवार के रहने की पर्यायी व्यवस्था की तथा उन्हें तत्काल पांच हजार रूपये नकद सहित किराणा व अनाज की सहायता भी प्रदान की. जिससे इस परिवार को कुछ राहत मिली है.
बता दें कि, विगत 13 अगस्त को वाहल बु. गांव निवासी 12 वर्षीय सानिका दत्ता फालके की सर्पदंश के चलते मौत हो गई थी. इसके दूसरे दिन घर के अन्य बच्चों को घर में एक बार फिर सांप दिखाई दिया. जिसके बाद सांप खोजने के चक्कर में खुद दत्ता फालके सहित गांव के कुछ लोगों ने घर की मिट्टी बनी दीवारों को तोडफोडकर गिरा दिया, लेकिन सांप कही दिखाई नहीं दिया. किंतु इस चक्कर में दत्ता फालके का परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया. विगत तीन-चार दिनों से इस परिसर में लगातार बारिश चल रही है. जिसकी वजह से इस परिवार को काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. ऐसी स्थिति में परिवार के रहने की पर्यायी व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा करायी जानी चाहिए थी. किंतु ऐसा नहीं हुआ. वहीं इस संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद पातुर के तहसीलदार दीपक बाजड ने तुरंत ही नायब तहसीलदार सैय्यद एहसानोद्दीन, पटवारी हातेकर, डाबेराव तथा लाड को भेजकर इस परिवार के रहने की पर्यायी व्यवस्था की. साथ ही उन्हें तुरंत पांच हजार रूपये नकद सहित अनाज व किराणा की मदद भी की. वहीं इसकी जानकारी मिलते ही पालकमंत्री बच्चु कडू के मार्गदर्शन में प्रहार कार्यकर्ता अरविंद पाटील, शुभम किटे, शुदनेश साखरे, ओम वानखडे, सतीश नेवाल तथा प्रल्हाद पाटील ने निराधार परिवार से भेट करते हुए उनका घर बनाकर देने का संकल्प किया है. साथ ही आगामी तीन से चार दिनोें में घर का निर्माण शुरू करने का आश्वासन भी प्रहार संगठन द्वारा इस परिवार को दिया गया ह