अब राकांपा में छिड गई वर्चस्व की लडाई
पवार ने प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ खोला मोर्चा
* गोंदिया में पटेल के खिलाफ होगा सम्मेलन आयोजित
मुंबई/दि.21 – राकांपा नेता अजित पवार द्बारा की गई बगावत के चलते राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में दो फाड हो गई है. राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के बेहद नजदीकी व विश्वासपात्र माने जाने वाले प्रफुल्ल पटेल ने भी शरद पवार का साथ छोडकर अजित पवार का साथ दिया है. ऐसे में अब शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उल्लेखनीय है कि, राकांपा में बगावत होने के तुरंत बाद शरद पवार ने राज्यव्यापी दौरे की घोषणा करते हुए अपनी पहली सभा छगन भुजबल का मजबूत गढ रहने वाले नाशिक के यावल में ली थी. वहीं अब उन्होंने अपना मोर्चा प्रफुल्ल पटेल की ओर मोडा है. जिसके तहत आगामी 28 जुलाई को शरद पवार द्बारा प्रफुल्ल पटेल का निर्वाचन क्षेत्र व मजबूत गढ रहने वाले गोंदिया में राकांपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का सम्मेलन लिया जाएगा. इस सम्मेलन में शरद पवार सहित पार्टी की कार्यकारी अध्यक्षा व सांसद सुप्रिया सुले, प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल तथा विधायक जितेंद्र आव्हाड व अनिल देशमुख जैसे बडे नेताओं की मौजूदगी रहेगी. इसी सम्मेलन में राकांपा की नई जिला कार्यकारिणी की घोषणा होगी. उल्लेखनीय है कि, गोंदिया में राकांपा के प्रदेश सचिव वीरेंद्र जयस्वाल इस समय शरद पवार गुट का नेतृत्व कर रहे है. जयस्वाल ने शुरुआत में अजित पवार को अपना समर्थन दिया था. लेकिन बाद में वे शरद पवार गुट में शामिल हो गए. वहीं दूसरी ओर शरद पवार गुट द्बारा आगामी 28 जुलाई को आयोजित किए जाने वाले सम्मेलन की वजह से गोंदिया में प्रफुल्ल पटेल गुट में अच्छी खासी खलबली व्याप्त है. साथ ही शरद पवार गुट द्बारा गठित की जाने वाली नई जिला कार्यकारिणी में जिले के किन-किन नेताओं को स्थान मिलता है. इसे लेकर फिलहाल गोंदिया जिले की राजनीति में जमकर चर्चा चल रही है.
* पटेल को मिल सकती है केंद्रीय कैबिनेट में जगह
इससे पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने राकांपा में हुई बगावत के समय अजित पवार गुट का साथ दिया और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा में सुनील तटकरे को प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने के साथ ही अजित पवार गुट एवं शिंदे-फडणवीस सरकार के बीच संवाद स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई. ऐसे में माना जा रहा है कि, प्रफुल्ल पटेल को पीएम मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार ने इनाम के तौर पर मंत्री पद मिल सकता है. बता दें कि, बहुत जल्द केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होना अपेक्षित है. जिसमें राज्य की भाजपा-शिंदे गुट सरकार को राकांपा का समर्थन दिलाने की एवज में प्रफुल्ल पटेल को मंत्री पद मिल सकता है.