कामगारों को बैंक खातों के जरिए दिया जाए योजनाओं का लाभ
आयटक ने की सीएम शिंदे से मांग
अमरावती /दि.5- महाराष्ट्र इमारत व अन्य निर्माण कामगार कल्याण मंडल द्बारा निर्माण कामगारों के कल्याण हेतु कई योजनाओं को अलग-अलग कंपनियों के मार्फत अमल में लाया जाता है. जिसके चलते कई बार महाराष्ट्र के करोडों कामगार ऐसी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते है. अत: निर्माण कामगारों को सभी योजनाओं का लाभ कंपनी के मार्फत देने की बजाय सीधे उनके बैंक खातों में जमा करते हुए दिया जाए. इस आशय की मांग महाराष्ट्र राज्य बांधकाम कामगार फेडरेशन (आयटक) द्बारा जिलाधीश के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री व कामगार मंत्री को भेजे गए ज्ञापन में की गई.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, राज्य सरकार द्बारा राज्य के कामगारों के लिए मध्यान्ह भोजन योजना चलाई जा रही है. जिसका लाभ निर्माण कामगारों तक पहुंच ही नहीं पा रहा था और सभी पंजीकृत कामगारों को दोपहर के समय काम के दौरान भोजन नहीं मिलता. इसके साथ ही कंपनी द्बारा की गई स्वास्थ्य जांच की रिपोर्ट भी कामगारों को अब तक नहीं मिली. इसके अलावा सुरक्षा संच व अन्य आवश्यक वस्तु संच की सभी वस्तुएं निर्माण कामगारों के उपयोग की नहीं है. बावजूद इसके इन वस्तुओं पर करोडों रुपयों का खर्च किया जा रहा है. जिससे कामगारों की बजाय कंपनियों को लाभ मिल रहा है. अत: कंपनियों के मार्फत योजना चलाने की बजाय सभी योजनाओं का लाभ कामगारों को सीधे उनके बैंक खाते के मार्फत दिया जाए.
ज्ञापन सौंपते समय संगठन की प्रदेश अध्यक्ष संजय मंडवधरे, ज्ञानेश्वर मेश्राम, गजानन दरेकर, सुनिता रायबोले, संजय वानखडे, जयेंद्र भोगे, गजानन ढोके, राहुल राउत आदि उपस्थित थे.