भगतसिंग कोश्यारी की भूमिका राज्यपाल जेैसे नहीं
राज्यमंत्री बच्चू कडू ने की अपेक्षा व्यक्त
नागपुर प्रतिनिधि/दि.११ – राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी को मुख्यमंत्री कार्यालय से विमान सफर की अनुमति न मिलने से उन्हें विमान से उतरकर राजभवन में लौटना पडा. जिससे आज समूचे महाराष्ट्र की राजनीति में सरगर्मी मची है. आरोप-प्रत्यारोप किये जा रहे है. इसपर अब ठाकरे सरकार के मंत्री बच्च्ाू कडू ने भी अपने विचार व्यक्त किये है.
बच्चू कडू आज नागपुर दौरे पर है. इस समय पत्रकारों ने उन्हें इस विवाद पर छेडा तब उन्होंने राज्य में पिछले सालभर से शुरु रहने वाली राजनीति की ओर उंगली निर्देश किये. भगतसिंग कोश्यारी की भूमिका राज्यपाल जैसे नहीं वे एक पार्टी की भूमिका ले रहे है. उन्होंने उनके पद की गरीमा कायम रखनी चाहिए, इस तरह की अपेक्षा व्यक्त कर विमान मिला नहीं इसके पीछे कुछ तकनीकी कारण हो सकता है, ऐसा उन्होंने कहा.
राज्यपाल भगतसिंग कोश्यारी नियोजित दौरे के उनसार आज उत्तराखंड के लिए रवाना होने वाले थे. किंतु सरकारी विमान में बैठने पर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से उनके विमान सफर को अनुमति न दिये जाने की बात पता चली. जिससे उन्हें विमान से निचे उतरना पडा और फिर राजभवन में लौटना पडा, इस तरह की जानकारी सामने आयी है. भाजपा की ओर से राज्य सरकार की जबर्दस्त आलोचना की जा रही है. इस बाबत राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को पुछा गया. तब मुझे इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी नहीं, मैं अब यहां से मंत्रालय में जाऊंगा, वहां जाकर इस बाबत की जानकारी लूंगा और बाद में बोलूंगा, ऐसा अजित पवार ने कहा. वे मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे. राज्य के राज्यपाल से जुडी घटना पर राज्य के उपमुख्यमंत्री के रुप में बोलते समय समूची जानकारी लेकर ही बोलना योग्य है, जिस घटना बाबत मुझे कोई भी जानकारी नहीं उसपर प्रतिक्रिया देना उचित नहीं होगा, ऐसा अजित पवार ने कहा.
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राज्यपाल के साथ निश्चित क्या हुआ?
उत्तराखंड के मसुरी में लालबहादुर शास्त्री अकादमी के आयएएस अधिकारियों के समारोह में बतौर अतिथि राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी उपस्थित रहने वाले थे. उसके लिए राज्यपाल सरकारी विमान से मुंबई हवाई अड्डे से रवाना होने वाले थे. उससे पहले सरकारी विमान इस्तेमाल करने के लिए राजभवन से विस्तृत सामान्य विभाग प्रशासन को अनुमति के लिए सूचित किया गया था. किंतु अंतिम क्षण तक यह अनुमति नहीं दी गई. राज्यपाल समेत राजभवन के अधिकारी 15 मीनट विमान में बैठे थे फिर भी अनुमति न मिलने से आखिर राज्यपाल विमान से उतरे. उसके बाद राज्यपाल के लिए स्पाइस जेट का व्यावसायिक विमान की व्यवस्था की गई. 12.15 मीनट पर उनका विमान देेहरादुन के लिए रवाना हो गया. देहरादुन तक राज्यपाल विमान से सफर करेंगे, उसके आगे मसुरी तक राज्यपाल वाहन में जाएंगे.