प्रदेश के बडे लीडर करोडपति किसान और समाजसेवी
विधानसभा चुनाव नामांकन में दी गई जानकारी
* कोई 15 करोड तो कोई 25 करोड का मालिक
* 261 करोड के साथ समीर मेघे विदर्भ में सबसे रइस प्रत्याशी
अमरावती/दि.31 – खेती किसानी को हाल के वर्षों में घाटे का सौदा माना जाता है. किंतु यहीं खेती किसानी कर महाराष्ट्र के बडे नेताओं ने करोडो रुपये कमा लिए है. अभी भी कमा रहे हैं. उनकी खेती बाडी से वार्षिक करोडों की इंकम बतायी जा रही है. कम से कम चुनाव नामांकन के साथ दिए गए प्रतिज्ञापत्र और आमदनी व संपत्ति के ब्यौरें में यही जानकारी उभर कर सामने आयी है. सीएम हो या डीसीएम अथवा नेता प्रतिपक्ष क्यों न हो, वे सभी करोडपति है. विदर्भ में 261 करोड की संपत्ति के साथ हिंगना सीट के भाजपा उम्मीदवार समीर मेघे सबसे अमीर प्रत्याशी कहे जा सकते हैं. मेघे के पास 9 करोड रुपये का तो सोना ही है. जबकि उन्होंने अपना पेशा व्यवसाय और मानधन बताया है.
शिंदे के पास 37 करोड की मालमत्ता
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा का फार्म भरा. फार्म के साथ दी गई. जानकारी के अनुसार शिंदे परिवार के पास 37 करोड की चल अचल संपत्ति है. वहीं भूतपूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के पास 13 करोड की मालमत्ता है. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार मालमत्ता में इन दोनों नेताओं से काफी आगे है. उन्होंने शपथ पत्र में 124 करोड की चल अचल संपत्ति होने की जानकारी दी है.
नेता प्रतिपक्ष कम नहीं
केवल दसवीं तक पढे नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के बल्लारपुर के उम्मीदवार विजय वडेट्टीवार परिवार की चल अचल संपदा 94 करोड 54 लाख बताई गई है. परिवार का मुख्य बिजनेस खेती किसानी बताई गई है. जिससे कहा जा रहा है कि हमारे बडे नेता फिर वह कांग्रेस के हो या भाजपा के सभी किसान रहते हुए भी करोडपति हो गए है. जबकि सामान्य किसान बैंक का लाख-पचास हजार का कर्ज का बोझ लेकर मरते दम तक तिल-तिल मरता है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना के आदित्या ठाकरे और भाजपा के चंद्रशेखर बावनकुले भी करोडों की संपदा के मालिक है. पहली बार चुनाव लड रहे कांग्रेस विद्रोही जिचकार के पास 43 करोड की संपत्ति बताई गई है. वे बी.कॉम तक शिक्षित हैं.