राजपथ पर अवतरित हुई महाराष्ट्र की जैव विविधता
गणतंत्र दिवस पर देशवासियों ने देखी चित्ररथ की खास झलक
नई दिल्ली दि.26 – हर वर्ष भारत के गणतंत्र दिवस याने 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर होने वाले संचलन में देश के विभिन्न राज्य की संस्कृति के प्रतिक रहने वाले चित्ररथ शामिल होते है. इस बार गणतंत्र दिवस पर होने वाले संचलन में महाराष्ट्र के जैव विविधता विषय पर आधारित चित्ररथ शामिल हुआ. इस चित्ररथ ने देशवासियों का विशेष ध्यान आकर्षित किया.
राजपथ पर हुए संचलन में महाराष्ट्र की जैव विविधता इस विषय पर आधारित इस झांकी चित्ररथ को आगे के भाग कास पठार में स्थान दिया गया. युनेस्को के विश्व धरोहर स्थल की सूची में कास पठार का समावेश है. यहां पाये जाने वाले दुर्लभ फूलों के साथ ‘सुपरबा’ इस दुर्लभ गिरगिट की प्रतिकृति भी साकार की गई थी. महाराष्ट्र की राज्य प्राणी गिलहरी (शेकरु) की लगभग 15 फीट उची आकर्षित प्रतिकृति सभी का ध्यान आकर्षित कर रही थी. महाराष्ट्र के राज्य फूल ताम्हण के करीब डेढ फीट गुच्छे भी रखे गए थे. उसपर छोटी-छोटी तितलियां भी दिखाई गई थी. चित्ररथ पर महाराष्ट्र का राज्य पक्षी हरियल की प्रतिकृति से लोगों की नजर नहीं हट रही थी. आखरी हिस्से में करीब 15 फीट आम का पेड विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ था. इसके अलावा चित्ररथ के आगे महाराष्ट्र राज्य की तितली, ब्ल्यू मॉरमॉन की 8 फीट उची झांकी ने शोभा बढाई. पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा के कारण केंद्र सरकार ने इस चित्ररथ को अनुमति नहीं दी थी. परंतु फिर केंद्र ने अपना निर्णय बदला और राजपथ के संचलन में महाराष्ट्र के चित्ररथ को अंतत: अनुमति मिली.