कोरोना से जनसुरक्षा करने भाजपा विफल
शहर में सैनेटायजर का छिडकाव बंद रहने से शिवसैनिक आक्रामक
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इसी कारण महापौर बंगले से सैनेटाइज अभियान का शुभारंभ
अमरावती/प्रतिनिधि दि.3 – शहर में दिनोंदिन कोरोना का प्रकोप बढते जा रहा है. ऐसा रहते हुए भी मनपा प्रशासन की ओर से शहर में सैनेेटाइजर का छिडकाव न होने से स्थानीय शिवसेना ने महाराष्ट्र दिन पर महापौर बंगले में जबरन सैनेटाइजर का छिडकाव कर अपना रोष व्यक्त किया. महापौर कोरोना महामारी से जनता से सुरक्षा करने सक्षम न रहने के कारण शिवसेना की ओर से शहर में सैनेटाइजर फंवारे की मुहिम अमल में लायी जाएगी, इस तरह का मानस भी शिवसैनिकों ने व्यक्त किया है. उल्लेखनीय है कि अमरावती मनपा में फिलहाल भाजपा की सत्ता है और शिवसेना के इस आंदोलन से भाजपा व शिवसेना के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हुआ है.
आंदोलनकर्ता शिवसैनिकों के अनुसार पिछले वर्ष कोरोना का कहर शुरु हो जाने के बाद शुरुआती दोैर में मनपा की ओर से शहर के सभी क्षेत्र में सैनेटाइजर का छिडकाव मुहिम छेडी गई थी. किंतु इसके बाद तत्काल यह सैनेटाइजेशन मुहिम बंद हुई. पिछले सालभर से शहर में कोरोना का कहर शुरु है. अब तो पिछले 2 महिनों से कोरोना ने हाहाकार मचा दिया है. हर रोज 900 से ज्यादा मरीज पॉजिटीव आ रहे है. मृत्यु का प्रमाण भी काफी बढ चुका है. बावजूद इसके महापौर चेतन गावंडे यह शहर में सैनेटाइजर का छिडकाव की मुहिम चलाने में अक्षम है. इसी कारण शिवसेना के उपमहानगर प्रमुख संजय शेटे, पंजाबराव तायवाडे, विजय ठाकरे, सुनील राउत, पार्षद जयश्री कुर्हेकर समेत शिवसेैनिकों ने महाराष्ट्र दिन पर महापौर बंगले में सैनेटाइजर का छिडकाव करने का आंदोलन किया. किंतु इस आंदोलन के पीछे अनेकों कारण रहने से स्थानीय शिवसेना व भाजपा नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप बढ चुके है.
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महाराष्ट्र दिन पर आंदोलन करना हिंदूत्व नहीं है- महापौर
शहर में नियमित सैनेटाइजर का छिडकाव शुरु है. शिवसैनिकों ने अकारण यह आंदोलन किया. महाराष्ट्र दिन पर आंदोलन करना यह हिंदूत्ववादियों का काम नहीं है, हालांकि मालटेकडी पर शिवसृष्टि का काम रुकने से शिवसैनिकों में रोष है. इस काम के लिए सरकार ने 2 करोड रुपए मंजूर किये थे. उनमें से पहली किश्त 30 लाख की मिलने के बाद काम शुरु हुआ. किंतु कोरोना के चलते सरकार ने शेष निधि न देने से काम रुका है. राज्य के मुख्यमंत्री शिवसेना के है. आंदोलनकर्ताओं ने उनसे भेंट कर इस बाबत चर्चा करनी चाहिए. पर्याय न रहने से सडक निर्माण के अभियंताओं को कुछ दिन महापौर बंगले में रहने की छुट दी थी, ऐसा महापौर चेतन गावंडे ने बताया.
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मनपा के सत्ताधिकारी अकार्यक्षम रहने से आंदोलन
शहर में कोरोना का कहर शुरु रहते समय भाजपा के महापौर तथा मनपा आयुक्त शहर में सैनेटाइजर का फंवारा मुहिम नहीं चला रहे, इस कारण शिवसैनिकों ने महाराष्ट्र दिन पर शहर में सैनेटाइजर का फंवारा मुहिम शुरु की. सत्ताधारियों को नींद से जगाने के लिए यह मुहिम स्वयं महापौर बंगले से शुरु की गई. महापौर इसके पीछे कुछ भी कारण बता रहे है, फिर भी मुख्य कारण यहीं है, ऐसा शिवसेना के जिलाध्यक्ष सुनील खराटे ने कहा हेै. महापौर बंगले में कोई रहे, ना रहे, वहां क्वारेंटाइन सेंटर बने, ना बने यह देखना मनपा आयुक्त व जिलाधिकारी का काम है, ऐसा उन्होंने कहा है.