-
12 अप्रैल को ‘दूकान खोलो’ आंदोलन की घोषणा की थी
-
हमें व्यापारी नेताओं का साथ नहीं – पातुरकर
अमरावती/प्रतिनिधि दि.12 – विगत सप्ताह कई व्यापारी संगठनों ने राज्य सरकार को लॉकडाउन खत्म करने का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी थी कि, यदि ऐसा नहीं होता है, तो 9 अप्रैल से समूचे राज्य में व्यापारियों द्वारा अपनी दुकाने खोल दी जायेगी. पश्चात व्यापारियों का साथ देने हेतु भाजपा इस आंदोलन में कूद पडी और लॉकडाउन के खिलाफ दूकाने खोलनेवाले व्यापारियों को सुरक्षा कवच देने की घोषणा की. साथ ही साथ शुक्रवार 9 अप्रैल को भाजपा के कई पदाधिकारी दुकाने खुलवाने हेतु शहर के बाजारों में भी निकल पडे. किंतु भाजपा के इस आंदोलन को व्यापारियों का कोई विशेष साथ या प्रतिसाद नहीं मिला. ऐसे में भाजपा की अच्छीखासी किरकिरी हुई. वहीं इस बीच व्यापारी संगठनों ने राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से चर्चा की थी. जिसमें सीएम ठाकरे ने व्यापारियों से लॉकडाउन में शिथिलता देने हेतु दो दिनों का समय मांगा था और व्यापारियों ने दो दिन का समय देते हुए 12 अप्रैल को दूकान खोलो आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. किंतु सोमवार 12 अप्रैल को भाजपा ने व्यापारियों के पक्ष में कोई आंदोलन नहीं किया. ऐसे में वही कहावत चरितार्थ हो गयी कि, दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है.
विगत 9 अप्रैल को अपने द्वारा किये गये आंदोलन की किरकिरी होने के बाद भाजपा के शहराध्यक्ष किरण पातुरकर ने कहा था कि, हकीकत में दूकान खोलने के बारे में आंदोलन भाजपा का नहीं, बल्कि व्यापारियोें का था और भाजपा ने लॉकडाउन में दूकान खोलनेवाले व्यापारियों को सुरक्षा देने का वादा किया था. जिसके तहत भाजपा पदाधिकारियों ने शहर के सभी व्यापारिक क्षेत्रों का दौरा किया था और अपनी-अपनी दुकानों के सामने खडे व्यापारियों को बिना डरे दुकाने खोलने हेतु कहा था. इसमें कई व्यापारियों का साथ मिला, किंतु यह बेहद अत्यल्प प्रतिसाद था.
वहीं व्यापारी संगठनों द्वारा 12 अप्रैल को किये गये ‘दूकान खोलो’ आंदोलन को लेकर भाजपा में किसी भी तरह की कोई हलचल नहीं देखी गयी. जबकि इस समय तो लॉकडाउन का विरोध करना बनता है, क्योंकि लॉकडाउन में शिथिलता दिये जाने पर पुनर्विचार करने हेतु दो दिन का समय मांगने के बाद इन्हीं दो-तीन दिनों के दौरान मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने लॉकडाउन को और अधिक कडा करने के संदर्भ में लगातार चर्चा व बैठकों का दौर शुरू किया है. किंतु अब भाजपा द्वारा इसके विरोध में कुछ भी नहीं कहा जा रहा