छत्री तालाब पर जल्द मिलेगा बोटिंग का लाभ
बीओटी तौर पर बोटिंग प्रकल्प के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.५ -शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने वाले ब्रिटीशकालीन छत्री तालाब की तरफ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विविध प्रयास किए जा रहे है. मनपा आयुक्त ने बीओटी तत्व पर बोटिंग प्रकल्प के प्रस्ताव को मनमा की आमसभा में मंजूरी दी हे. इसीलिए अब सैलानियों को बोटिंग का लुफ्त उठाने का मौका छत्री तालाब पर मिलेगा. यह प्रकल्प बीओटी तत्व पर स्थापित किया जा रहा है. इस प्रकल्प का ठेका पानेवाले ठेकेदार ने १२ महीने सुचारू ढंग से काम करना चाहिए.
बता दें कि मनपा क्षेत्र में वडाली और छत्री यह दो तालाब है. छत्री तालाब का क्षेत्रफल वडाली तलाब से अधिक है. इसके अलावा यह क्षेत्र पहाड़ियों के मध्य और प्राकृतिक संपदा की सुंदरता से घिरा होने से इसे पर्यटन केंद्र बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. पहले छत्री तालाब पर से शहर में जलापूर्ति की जाती थीं. लेकिन अब अपर वर्धा से शहर को जलापूर्ति की जा रही है. छत्री तालाब का जल संग्रह का उपयोग अब वन्यप्राणी कर रहे है. इसीलिए यह तालाब पर्यटन विकास की द़ृष्टि से शहर के लिए महत्वपूर्ण है. यहां पर बोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराकर देने पर सैलानियों को सुविधा उपलब्ध हाने के साथ ही मनपा का आर्थिक स्त्रोत भी बढ़ेगा. छत्री तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए नियुक्त पीएमसी ने यह प्रस्ताव मनपा प्रशासन को पेश किया है. जिसके अनुसार बीओटी तत्व पर बोटिंग प्रकल्प स्थापित करने को मंजूरी मिली है. हाल की घड़ी में बड़ी तादाद में सरकारी व गैर सरकारी प्रकल्पों का कार्य बीओटी तौर पर चलाए जा रहे है. लेकिन ठेका पानेवाले ठेकेदार ने बीच में काम छोड़कर नहीं भागना चाहिए.
बीओटी तौर पर छत्री तालाब प्रकल्प के लिए दिए जाने के बाद मनपा को लगभग १६ लाख रुपयों का राजस्व १० वर्षों में मिलेगा. इसके अलावा मनपा को खर्च भी नहीं करना पड़ेगा.