नागपुर/दि.1 – एक सडक हादसे मेें कार की टक्कर के चलते बुरी तरह घायल होकर ब्रेन डेड हो चुकी महिला के परिजनों द्वारा अवयव दान का निर्णय लिए जाने के चलते गंभीर स्थित में रहने वाले तीन मरीजों को नया जीवन मिला है. इस अवयवदाता महिला का नाम ज्योति राजकुमार डोंगरे (45) बताया गया है, जो इंदौरा परिसर की निवासी थी.
जानकारी के मुताबिक इस समय जैताला परिसर में सर्कस चल रही है. जिसे देखते के लिए ज्योति अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ पहुंची थी और सर्कस का शो खत्म होने के बाद अपनी बेटी के साथ मोपेड से अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान सुभाष नगर टी-प्वॉईंट पर दोनों मां-बेटी मोमोज लेेने के लिए रुकी थी. जहां पर बेटी मोमोज लेने गई और ज्योति अपने दुपहिया पर बैठी रही. इसी समय एक तेज रफ्तार कार ने दुपहिया पर बैठी ज्योति को जोरदार टक्कर मार दी थी. जिसमें बुरी तरह घायल हुई ज्योति डोंगरे को इलाज के लिए विवेका अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर पिछले दो दिनों से इलाज चल रहा था. लेकिन उनके मस्तिष्क में बडे पैमाने पर रक्तस्त्राव हो चुका था. ऐसे में डॉक्टरों की टीम ने ज्योति डोंगरे को ब्रेन डेड घोषित किया. साथ ही डॉ. अजय कुर्वे ने ज्योति के पति राजकुमार व बेटी साक्षी को अवयवदान के संदर्भ में समूपदेशन किया और उनकी सहमति मिलते ही विभागीय प्रत्यारोपण समिति को इसकी जानकारी दी गई. पश्चात सेवन स्टॉर हॉस्पिटल में 48 वर्षीय पुरुष को लीवर, किडनी केअर अस्पताल में भर्ती 45 वर्षीय महिला व ओरियस अस्पताल में भर्ती 41 वर्षीय पुरुष को एक-एक किडनी प्रत्यारोपितकरने के साथ ही महात्मे नेत्र पेढी को नेत्रदान किया गया. इसके साथ ही विवेका अस्पताल की ओर से ज्योति डोंगरे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका पार्थिव ससम्मान उनके घर पर भिजवाया गया.