सहकारी संस्थाओं के चुनावों पर लगा ब्रेक
25 अक्तुबर तक मतदाता सुची प्रस्तुत करने की अवधि
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – जिले की 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों में चुनाव कराये जाने की घोषणा हो चुकी है. किंतु अब तक सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव नहीं हुए है. ऐसे में इन सोसायटियों के मौजूदा सदस्य ही फसल मंडी में मतदाता माने जाएगे. वहीं 25 अक्तुबर तक मतदाता सुची पेश करने की अंतिम अवधि बाजार समिति प्रशासन को दी गई है.
बता दें कि, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव पश्चात अब जिले की 12 बाजार समितियों के चुनाव आगामी 17 जनवरी को होने जा रहे. जिसके लिए प्रशासकीय स्तर पर तैयारी शुरु की गई है. साथ ही इच्छूकों द्बारा जमकर लॉबिंग व फिल्डींग की जा रही है. फसल मंडी में 18 संचालकों में से 11 संचालक सेवा सहकारी संस्था निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आते है. वहीं ग्राम पंचायत निर्वाचन क्षेत्र से 4 संचालक चुने जाते है. इस समय ग्राम पंचायतों के चुनाव निपट चुके है. किंतु सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव अब तक होना बाकी है. जिले में वर्ष 2020 के अंत में 415 सेवा सहकारी संस्थाओं के चुनाव होनेे थे. किंतु कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों के चलते यह चुनाव अब तक नहीं कराये जा सके और इन सेवा सहकारी सोसायटियों को समयावृद्धि दी गई. ऐसे में चूंकि अब फसल मंडी का चुनाव होने का रहा है और आगामी 25 अक्तुबर को इस चुनाव की अंतिम मतदाता सुची प्रकाशित करना है. इन्हीं मतदाताओं द्बारा आगामी 17 जनवरी को कृषि उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव में मतदान किया जाएगा. इसका सीधा मतलब है कि, अब कृषि उत्पन्न बाजार समिति की चुनावी प्रक्रिया पूर्ण होने तक सेवा सहकारी सोसायटियों के चुनाव प्रलंबित रहेगे और इन सोसायटियों के पूराने सदस्यों को ही फसल मंडी के चुनाव में मतदान हेतु पात्र माना जाएगा.
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अमरावती बाजार समिति में 1079 मतदाता
जिले की सबसे बडी और करोडों रुपए के आर्थिक व्यवहार रहने वाली अमरावती बाजार समिति के साथ 83 सेवा सहकारी संस्था सलग्नित है. जिनकी सदस्य संख्या 1 हजार 79 है. जो 11 संचालक पदों के लिए मतदान करेंगे. इसमें से अधिकांश सोसायटियों में नये चुनाव नहीं हुए है. ऐसे में मौजूदा सदस्यों द्बारा ही मतदान किया जाएगा.