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किसानोें के पैसे लौटाये सब्जी मंडी के दलाल

उद्योजक नितीन मोहोड ने पत्रवार्ता में उठायी मांग

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – इस समय अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिती द्वारा संचालित की जानेवाली होलसेल सब्जी मंडी में यहां के दलालों व मार्केट के संचालकों द्वारा आपस में मिलीभगत करते हुए किसानोें की आर्थिक लूट की जा रही है. इस आशय का आरोप लगाते हुए उद्योजक नितीन मोहोड ने मांग उठायी की अब तक एडवांस पेमेंट के नाम पर मंडी के दलालों ने जितने भी किसानों का पैसा डूबाया है, उन सभी को उनकी रकम वापिस दी जाये.
यहां बुलायी गयी पत्रकार परिषद में उपरोक्त प्रतिपादन करते हुए नितीन मोहोड ने बताया कि, उन्होेंने अपने खेत की मिरची को बिक्री हेतु सब्जी मंडी में भिजवाया. जहां के अडत व्यवसायी ने दलाली के बजाय एडवांस शब्द डालकर 8 प्र्रतिशत रकम काट ली. इसके बाद जब उन्होंने मिरची बिक्री की पुरानी पावतियां देखी, तो हर पावती पर एडवांस के नाम पर रकम कटी हुई दिखी. जबकि उन्होंने कोई एडवांस उठाया ही नहीं था. ऐसे में उन्हेें तुरंत यह बात समझ में आयी कि, कानूनन किसानों से अडत व्यवसायियों द्वारा दलाली नहीं ली जा सकती, तो अडत व्यवसायियों ने दलाली की बजाय एडवांस के नाम पर दलाली वसूल करने का फंडा खोज निकाला है और इस जरिये किसानों कि आर्थिक लूट की जा रही है. जिसके चलते उन्होंने सिटी कोतवाली पुलिस थाने में बनारसे व मांडले नामक दो अडत व्यवसायियों सहित फसल मंडी सभापति दहीकर व सचिव विजयकर के खिलाफ धारा 408, 420 व 34 केे तहत अपराध दर्ज करने का निवेदन दिया है.
इस पत्रवार्ता में नितीन मोहोड ने कहा कि, सब्जी मंडी में इसके अलावा भी अन्य कई तरह की गडबडियां चल रही है, जहां पर किसानों के रहने हेतु की गई व्यवस्था पर कुछ लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है. साथ ही किसानों हेतु बनाये गये बाथरूम पर भी अवैध निर्माण किया गया है. इसी तरह पार्किंगवाली जगह पर अवैध तरीके से 12 दुकाने बनाकर उन्हें पूर्व सभापति ने गैरकानूनी तरीके से बेच डाला. इसी तरह फसल मंडी में किसानों को खुद अपना माल बेचने की अनुमति रहने के बावजूद यहां के दलाल व अन्य अनधिकृत व्यापारी दादागिरी करते हुए उन्हें अपनी उपज बेचने से रोकते है. वहीं यहां पर सैंकडों अवैध व्यापारी बिना लाईसेन्स दादागिरी के साथ दलाली और साग-सब्जी बिक्री का काम करते है. इसी तरह यहां पर एक सतरंजी के लिए रोजाना 200 रूपये किराया लिया जाता है. जिसमें से संचालकों को भी हिस्सा जाता है. सबसे बडी गडबडी यह होती है कि, किसानों का माल एक दिन पहले ही रात के समय मंगा लिया जाता है और सुबह 4 बजने से पहले ही आपसी मिलीभगत करते हुए किसानों की गैरहाजरी में इसे बेच दिया जाता है. साथ ही यहां पर किसानों के पीने के लिए पानी की व्यवस्था भी नहीं है. ऐसे में जिलाधीश व कृषि अधिकारियों सहित पालकमंत्री व सहकार उपनिबंधक द्वारा तत्काल इस मामले की ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान देते हुए संबंधितों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाये. साथ ही नितीन मोहोड ने सभी सब्जी उत्पादक किसानों से आवाहन किया है कि, यदि उनके पैसे भी अडत व्यवसायियों द्वारा एडवांस के नाम पर डूबाये गये है, तो वे अपनी पावतियां लेकर आये और सिटी कोतवाली थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराये.
इस पत्रकार परिषद में नितीन मोहोड के साथ राहूल माटोडे, समीर जवंजाल, हिरदे यादव, अजय सिरसाट, चेतन वानखडे व सचिन उमक आदि उपस्थित थे.

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