अमरावतीमुख्य समाचार

दो माह से खूद को घर में कैद कर लिया था भाई-बहन ने

पुलिस ने आज बाहर निकाला, अस्पताल में भर्ती

  • पूर्णिमा कॉलोनी की घटना, उच्च शिक्षित है मानिसक संतुलन खोया हुआ भाई

अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – आज सुबह राजापेठ पुलिस को एक महिला समाजसेविका का फोन आया, फोन करने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि पुराने हाईवे को लगकर दस्तूर नगर के पास लक्ष्मीनारायण नगर है और वहां की पूर्णिमा कॉलोनी में एक घर में एक पुरुष व एक महिला ने पिछले दो महिने से स्वयं को कैद कर रखा है. ना वे दोनों घर के बाहर आते है और ना ही किसी को घर में आने देते है. खबर मिलते ही राजापेठ के थानेदार मनीष ठाकरे पूर्णिमा कॉलोनी पहूंचे, देखा तो 36 वर्षीय महिला ओर 50 वर्षीय व्यक्ति ने स्वयं को कमरे में कैद कर रखा है. पुलिस ने दरवाजा खोलने के लिए काफी देर तक खटखटाया. आखिर जब यह दोनों दरवाजा खोलने के लिए तैयार नहीं थे, तो पुलिस ने दरवाजा तोडकर उन्हें बाहर निकाला तब पता चला कि कमरे में कैद महिला पुरुष रिश्ते में भाई-बहन है और दोनों मानसिक रुप से पीडित है. इसमें से 50 वर्षीय भाई वैद्यकीय पाठ्यक्रम तक डिग्री प्राप्त कर चुका है, लेकिन उसका मानसिक संतुलन बिघड चुका है. आखिर पुलिस ने इन दोनों को यहां के मानस रोग विशेषज्ञ डॉ.श्रीकांत देशमुख के अस्पताल में भर्ती कराया.
जानकारी के अनुसार पूर्णिमा नगर के जिस मकान में इन दोनों भाई-बहनों ने स्वयं को कैद कर लिया था वह असल में दोनों ही वहां नहीं रहते थे बल्कि दो बहने और भाई इस तरह तीनों इस कमरे में रहते थे. बडी बहन यहां के दंत्त महाविद्यालय में कार्यरत बताई जाती है. दो माह पहले इस बडी बहन का भाई के साथ झगडा हुआ और वह घर छोडकर चली गई. तभी से इस मानसिक संतुलन खो बैठे भाई ने अपनी छोटी बहन के साथ स्वयं को भी कमरे में कैद कर रखा है. गुस्सा उतरने के बाद जब बडी बहन अपनी छोटी बहन और भाई के लिए खाने का टीफिन ले आती तो यह भाई उसका टीफिन भी नहीं लेता था. यह सिलसिला पिछले एक महिने से चल रहा था. आखिर इस बडी बहन ने यह बात किसी महिला समाज सेविका को बताई. उसने आज राजापेठ पुलिस को इसकी जानकारी दी. खबर मिलते ही पीआई मनीष ठाकरे, पीएसआई काले और नायब पुलिस सिपाही सचिन मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोडकर इन दोनों को कमरे से बाहर निकाला. पहले उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन बाद में जब पुलिस को पता चला कि इन्हें मानस रोग विशेषज्ञ की जरुरत है, तब कही जाकर दोनों को डॉ.श्रीकांत देशमुख के अस्पताल में भर्ती कराया गया.

Related Articles

Back to top button