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बीएसएनएल का टॉवर ऑन व्हील

जैन तीर्थ मुक्तागिरी में सेवाये प्रदान करने तैयार

परतवाड़ा/अचलपुरदि ३१ :-  दूरसंचार क्षेत्र में चल रही गलाकाट स्पर्धा के दौर में लोगबाग भले ही सरकारी भारतीय दूरसंचार निगम को (BSNL) को कोसते रहे लेकिन हकीकत में जहां कोई कंपनी अपनी सेवाएं नही दे पाती ऐसी सभी जगहों पर आज भी बीएसएनएल ही मोबाइल ग्राहको को कनेक्टिविटी से जोड़ने का काम करता रहता है.प्रायवेट राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियां सिर्फ फायदे का सौदा ही देखती रहती है.इनके लिए राष्ट्र व समाजहित कोई मायने नही रखते.इसके विपरीत होती है बीएसएनएल की कार्यप्रणाली जिसके सामने राष्ट्रहित सर्वोपरि होता है.शहर से मात्र दस किमी दूरी पर जैन समुदाय का सुख्यात तीर्थक्षेत्र मुक्तागिरी स्थित है.यहां हर वर्ष जुलाई से नवंबर तक चातुर्मास मनाया जाता है.साल में एक मर्तबा मेला भी लगता है.देश-विदेश के जैन अनुयायिओं का यहाँ जमावड़ा होता है.हालांकि मुक्तागिरी यह मध्यप्रदेश में शामिल है किंतु यहां की बिजली, फ़ोन, मोबाइल आदि सभी व्यवस्था परतवाड़ा-अचलपुर से संचालित की जाती है.मुक्तागिरी का जिला मुख्यालय यहां से सिर्फ 100किमी दूरी पर बैतूल में स्थित है.चातुर्मास और मेले के दौरान देश के नागरिको को दूरसंचार सेवा से वंचित नहीं रहना पड़े इस हेतु बीएसएनएल यहां टॉवर ऑन व्हील के जरिये अपनी सेवाएं प्रदान करता रहता है.टॉवर ऑन व्हील की यह सेवा किसी भी निजी कंपनी के पास नही दिखाई देती है.
 इस संदर्भ में अचलपुर बीएसएनएल के एसडीओ व्हि.एम. देशमुख ने बताया कि उक्त मोबाइल टॉवर उनके नागपुर कार्यालय द्वारा संचालित किया जाता है.इसे हर प्रकार के धार्मिक उत्सव, मेले के अलावा प्रकृतिक आपदाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है.केरल में पिछले साल भारी बारिश होने पर मोबाइल टॉवर निष्क्रिय हो गए थे, तब टॉवर ऑन व्हील के जरिये ही लोगो को बाहरी दुनिया से जोड़े रखा गया था.राज्य के कोल्हापुर में भी बाढ़ के प्रकोप में लोगो को कनेक्टिविटी से ऐसे स्वयंचलित टॉवर के माध्यम से जोड़ा गया था.युद्ध , तूफान, बाढ़, भूकंप आदि किसी भी विषम परिस्थिति में बीएसएनएल अपने इन चलित टॉवरों के बल पर लोगो को दुनिया से जोड़ने का काम करता है.जिस मेलघाट में अन्य कंपनियां घाटे का सौदा समझ हाथ खींच लेती है वहाँ भी अतिदुर्गम धुलघाट तक मोबाइल सेवाये पहुंचाने का काम बीएसएनएल ने कर दिखाया है.लोगो ने आज तक पैलेस ऑन व्हील का नाम सुना है, अनेक स्थानों पर हॉस्पिटल ऑन व्हील देखने को मिलता है, किंतु टॉवर ऑन व्हील पहली मर्तबा ही देखने को मिला है.यह स्वयंचलित टॉवर परतवाड़ा-बैतूल मार्ग पर कोठारा ग्राम स्थित पेंढारी वेअरहाउस के प्रांगण में देखा जा सकता है.

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