मुंह में आया बक दिया, नहीं चलेगा, राणा को सबूत तो देना पडेगा
पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने भरी हुंकार
-
खुद पर लग रहे आरोपोें को लेकर किया पलटवार
-
सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस को भी लिया लपेटे में
-
बोले : ‘50 खोके’ पर स्पष्टीकरण अब खुद सरकार दे
अमरावती/दि.25 – विगत कुछ दिनों से पूर्व राज्यमंत्री व अचलपुर के निर्दलिय विधायक बच्चु कडू तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है. जिसके तहत विधायक रवि राणा अब तक कई बार यह दोहरा चुके है कि, विधायक बच्चु कडू पैसों के लिए गुवाहाटी गये थे और राज्य में सत्ता परिवर्तन करने के लिए विधायक बच्चु कडू ने पैसे खाये है. जिस पर अब पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू ने बेहद कडा रूख अख्तियार करते हुए विधायक रवि राणा को अपने आरोपों के संदर्भ में सबूत पेश करने की चुनौती दी है. साथ ही कहा है कि, अब वे इस संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम बाकायदा एक नोटीस जारी करते हुए उनसे इस संदर्भ में स्पष्टीकरण देने हेतु कहेंगे. क्योंकि अब यह उनके अकेले की नहीं, बल्कि तत्कालीन सरकार के खिलाफ अपना असंतोष प्रकट करते हुए गुवाहाटी जानेवाले 50 विधायकों की विश्वसनियता पर लगा सवालिया निशान है.
दैनिक अमरावती मंडल के साथ इस संदर्भ में विशेष तौर पर बातचीत करते हुए पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, सबसे अव्वल तो उन्होंने गुवाहाटी जाकर कोई गलती नहीं की और गुवाहाटी जाने के लिए किसी से भी कोई पैसे नहीं लिये. लेकिन जब से राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ है, तब से विपक्षी दलों द्वारा इसे लेकर कई तरह के आरोप लगाये जा रहे है. चूंकि विपक्ष काम ही आरोप लगाना होता है. अत: उस पर किसी ने गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया. लेकिन यहां तो सत्ता पक्ष से जुडा हुआ और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बेहद करीबी रहनेवाला व्यक्ति हम पर यह आरोप लगा रहा है कि, हमने गुवाहाटी जाने के लिए ‘खोके’ से पैसे लिये है, तो इन आरोपों की अनदेखी नहीं की जा सकती और इसे गंभीरता से भी लिया जाना चाहिए. ऐसे में खुद उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस बारे में फोन पर चर्चा करते हुए इसे लेकर पैसे लेनेवालों के नामों सहित खुलासा करने हेतु कहा है, ताकि सभी लोगों के सामने सच आ सके.
कहीं ऐसा तो नहीं कि हमारे नाम पर कोई और ही पैसे खा गया
इस बातचीत में पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, चूंकि उन्हें गुवाहाटी जाने के लिए किसी से कोई पैसे नहीं लिये और उन्होंने भी किसी से कोई पैसे नहीं लिये. लेकिन सत्ता पक्ष से जुडा और भाजपा का करीबी रहनेवाला एक विधायक हमें लेकर आरोप लगा रहा है, तो इसका एक मतलब यह भी निकलता है कि, शायद भाजपा में उपर से हमारे नाम पर पैसे आये हो, लेकिन वो पैसे हमें देने की बजाय कोई दूसरा ही हजम कर गया और यहां कुछ लोग हमारे नाम पर पावती फाडकर चिल्ला रहे है. ऐसे में राज्य की सत्ता में शामिल भाजपा ने इस तरह के लोगों की जांच-पडताल करनी चाहिए.
अब मुझसे नहीं बच सकते
अपने तेज तर्रार स्वभाव के लिए विख्यात रहनेवाले विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, रवि राणा ने इस बार गलत आदमी से पंगा ले लिया है और उन्होंने मुझे लेकर जो-जो आरोप लगाये है, उसमें से हर आरोप का रवि राणा को सबूत के साथ जवाब देना होगा और अगर रवि राणा ऐसा नहीं करते, तो उन्हें आम जनता के सामने मुझसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी. इसके अलावा रवि राणा के पास अब कोई तीसरा रास्ता नहीं है और रवि राणा को अब उनका कोई गॉड फादर भी मुझसे नहीं बचा सकता.
शिंदे-फडणवीस सच बताये, या राणा से माफी मंगवाये
विधायक रवि राणा द्वारा अब तक करीब चार बार एक ही तरह का आरोप लगाये जाने से बुरी तरह संतप्त विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, पहले तो उन्होंने विधायक राणा के आरोपों की अनदेखी करनी चाही, लेकिन विधायक राणा द्वारा बार-बार एक ही तरह का आरोप लगाये जाने के चलते आम जनता में गलत संदेश जा रहा है और उनकी (बच्चु कडू) की प्रतिमा मलीन हो रही है. ऐसे में अब उन्होंने सीधे इस संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जवाब व स्पष्टीकरण मांगा है. जिसके तहत उन्होंने शिंदे व फडणवीस से जानना चाहा है कि, उनके और रवि राणा में से कौन सही और कौन गलत, यह खुद शिंदे व फडणवीस आम जनता के सामने स्पष्ट करे. इस समय बच्चु कडू ने यह भी दावा किया कि, अगर उन्होंने गुवाहाटी जाने और राज्य की महाविकास आघाडी सरकार गिराने के लिए किसी से एक भी रूपया लिया होगा, तो वे आजीवन विधायक रवि राणा के घर पर बर्तन मांजने का काम करेंगे. वही अगर विधायक रवि राणा अपने आरोपों को साबित नहीं कर पाये, तो वे आजीवन विधायक रवि राणा को ‘हिजडा’ कह कर संबोधित करेंगे. इसके लिए विधायक रवि राणा ने अभी से तैयार रहना चाहिए, या फिर इससे बचने के लिए अपनी गलती मानकर सबके सामने अपनी गलत बयानबाजी को लेकर उनसे माफी मांग लेनी चाहिए.