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अब सभी को चुनावी नतीजों का बेसब्री से इंतजार
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – राज्य विधान परिषद की सीट हेतु अमरावती शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में गत रोज शिक्षक विधायक पद के लिए मतदान की प्रक्रिया पूर्ण हुई. जिसमें कुल 35 हजार 622 मतदाताओं में से 29 हजार 534 यानी 82.91 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में अब तक का सर्वाधिक एवं रिकॉर्ड तोड मतदान है, ऐसा कहा जा रहा है.
बता दें कि, शिक्षक विधायक पद हेतु हुए चुनाव में कुल 27 प्रत्याशी थे और अमरावती संभाग के पांच जिलों में 77 मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया पूर्ण करायी गयी. कोरोना संक्रमण के साये में हुए इस चुनाव हेतु सभी मतदान केंद्रों पर कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों पर कडाई से अमल किया गया और स्वास्थ्य पथकों की नियुक्ती करने के साथ ही थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाईजर, मास्क, ऑक्सिमीटर, पीपीई कीट व आयसोलेशन कक्ष की व्यवस्था भी की गई थी. गत रोज सभी मतदान केंद्रों पर सुबह से ही शिक्षक मतदाताओं की कतारें लगनी शुरू हो गयी थी. जिसके चलते यहां पर सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का भी कडाई से पालन किया गया. गत रोज सुबह 10 बजे तक 10.11 फीसद, अपरान्ह 12 बजे तक 25.11 फीसद, अपरान्ह 2 बजे तक 46.71 फीसद, शाम 4 बजे तक 68.35 फीसद तथा शाम 5 बजे मतदान का समय समाप्त होने तक 82.91 फीसद मतदान हुआ था.
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कहां कितना मतदान हुआ
शाम 5 बजे तक अमरावती जिले के कुल 10 हजार 386 मतदाताओं में से 5 हजार 813 व 2 हजार 601 महिला ऐसे कुल 8 हजार 414 मतदाताओें ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं अकोला जिले में कुल 6 हजार 480 मतदाताओं में से 3 हजार 625 पुरूष व 1 हजार 751 महिला ऐसे कुल 5 हजार 346 मतदाताओं ने वोट डाले. साथ ही वाशिम जिले में कुल 3 हजार 813 मतदाताओं में से 2 हजार 755 पुरूष व 560 महिला ऐसे कुल 3 हजार 315 मतदाताओं ने मतदान किया. इसके अलावा बुलडाणा जिले के कुल 7 हजार 484 मतदाताओं में से 4 हजार 801 पुरूष व 1 हजार 286 महिला ऐसे कुल 6 हजार 87 मतदाताओं द्वारा वोट डाले गये. इसके साथ ही यवतमाल जिले में कुल 7 हजार 559 मतदाताओं में से 4 हजार 871 पुरूष व 1 हजार 501 महिला ऐसे कुल 6 हजार 372 मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया. उपरोक्त आंकडों को देखकर कहा जा सकता है कि, अमरावती जिले में 81.01 फीसद, अकोला में 82.50 फीसद, वाशिम में 86.94 फीसद, बुलडाणा में 81.83 फीसद तथा यवतमाल में 85.83 फीसद मतदान हुआ है.
बॉक्स, फोटो दिव्य मराठी या डिआयओ से
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मतगणना की तैयारियां हुई पूर्ण
उल्लेखनीय है कि, गत रोज 1 दिसंबर को हुए मतदान के बाद अब गुरूवार 3 दिसंबर को अमरावती के विलास नगर परिसर स्थित सरकारी धान्य गोदाम में इस चुनाव की मतगणना होगी. इस हेतु समूचे संभाग के जिला मुख्यालयों से मतपेटियों को मतगणना स्थल पर लाने का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही मतगणना स्थल के चारों ओर कडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है. जहां पर गुरूवार की सुबह 8 बजे से मतगणना का कार्य शुरू होगा. यहां पर बुधवार को लायी जानेवाली सभी मतपेटियों को कडी सुरक्षा के बीच स्ट्राँग रूम में रखा जायेगा और गुरूवार की सुबह 7 बजे सभी प्रत्याशियों व उनके प्रतिनिधियों के सामने मतपेटियों को स्ट्राँग रूम से बाहर निकालकर उनकी सील खोली जायेगी. जिसके बाद 8 बजे से मतगणना का कार्य शुरू होगा. इस हेतु शासकीय धान्य गोदाम में तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है. साथ ही इस चुनाव के निर्वाचन निर्णय अधिकारी व संभागीय राजस्व आयुक्त पीयूष सिंह तथा सहायक निर्वाचन अधिकारी व जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा लगातार मतगणना स्थल पर मुआयना करते हुए यहां पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये जा रहे है.
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विलास नगर मार्ग पर आवाजाही हुई बंद
गुरूवार 3 दिसंबर को होनेवाली मतगणना के मद्देनजर विलास नगर स्थित शासकीय धान्य गोदाम के चारों ओर स्थित मार्गों को आम नागरिकों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है. इसके तहत राम-लक्ष्मण संकुल से विलास नगर, सहकार नगर चौक व पाठ्यपुस्तकालय की ओर जानेवाले अप्रोच रास्ते को दोनों ओर से पूरी तरह बंद किया गया है. ऐसे में नागरिकों को अन्य पर्यायी रास्तों का प्रयोग करना होगा.
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9 में से 8 कोरोना संदेहितों ने भी डाला वोट
– पीपीई कीट पहनकर किया मतदान
गत रोज शिक्षक विधायक पद हेतु हुए चुनाव में कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों पर विशेष तौर पर ध्यान दिया गया था. जिसके तहत कोरोना संदेहित पाये जाने वाले मतदाताओं के लिए आयसोलेशन कक्ष सहित स्वतंत्र रूप से मतदान करने की व्यवस्था की गई थी. इसके तहत अमरावती संभाग में 9 कोरोना संक्रमित शिक्षकों को स्वतंत्र मतदान हेतु टोकन दिया गया था. जिसमें से 8 कोविड संदेहित शिक्षकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. बता दें कि, इन आठ कोरोना संदेहित शिक्षकों में अमरावती जिले के 6 शिक्षकों का समावेश था. जिसमें से 5 शिक्षकों ने अपने-अपने मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डाले. इन कोरोना संदेहित शिक्षकोें में मोर्शी के 3, अचलपुर के 1, नांदगांव खंडेश्वर के 2, बुलडाणा के 1 तथा वाशिम के 1 शिक्षक का समावेश रहा. जिसमें से मोर्शी के 3 कोरोना संदेहित शिक्षकोें में से 1 शिक्षक ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया. शिक्षकों हेतु चलाये गये कोविड जांच अभियान में जिन शिक्षकों में कोरोना सदृश्य लक्षण पाये गये थे, उन्हें पहले ही स्वतंत्र मतदान करने हेतु टोकन जारी करते हुए संबंधित मतदान केंद्रों पर स्वतंत्र मतदान की व्यवस्था की गई थी. साथ ही इन शिक्षकोें की मतदान केंद्रों पर ही बनाये गये आयसोलेशन कक्ष में स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें पीपीई कीट पहनाया गया और सोशल डिस्टंसिंग के नियमोें का पालन करते हुए इन शिक्षकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
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शहर के दो मतदान केंद्रों पर दिखी जबर्दस्त भीड
गत रोज कैम्प परिसर स्थित जिप उर्दू शाला के दो मतदान केंद्रों पर शिक्षक मतदाताओं की अच्छीखासी भीड दिखाई दी और यहां पर मतदान के लिए काफी वक्त भी लग रहा था. जिसकी वजह से मतदाताओं की कतार कुछ अधिक लंबी थी और हर मतदाता को कतार में लगने के बाद मतदान कक्ष में पहुंचने हेतु एक से डेढ घंटे का समय लग रहा था. ऐसे में कई शिक्षक भीडभाड देखकर यहां से वापिस लौट गये और अपना कामधाम निपटाकर दोपहर के बाद दुबारा वापिस लौटे.
ज्ञात रहे कि, इस चुनाव में कुल 27 प्रत्याशी मैदान में थे. जिसकी वजह से मतपत्रिका काफी लंबी थी. साथ ही उस पर पसंदक्रम लिखने में भी कुछ वक्त लग रहा था. इसके अलावा मतदान केंद्र में प्रवेश करनेवाले हर एक मतदाता की कोरोना खतरे के मद्देनजर स्वास्थ्य जांच भी की जा रही थी. इस वजह से भी कतार की लंबाई घटने में कुछ समय लग रहा था. जिसकी वजह से यहां पर कतार में लगने के बाद नंबर आने में तुलनात्मक रूप से कुछ विलंब हो रहा था. जिसे देखते हुए यहां पर मतदान करने हेतु पहुंचे कई शिक्षक मतदाता लंबी कतार देखकर उलटे पांव वापिस लौट गये और दोपहर बाद अपनी सुविधा के हिसाब से मतदान करने हेतु वापिस लौटे. यहीं वजह है कि, दोपहर बाद मतदान का प्रतिशत अचानक बढा हुआ दिखा.