ऊर्जामंत्री का पुतला जलाकर विद्युत भवन की बिजली कर दी बंद
भाजपा की ओर से किया गया आंदोलन
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कोविड दौर का बिजली बिल माफ करने की मांग
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९- कोविड दौर में घरेलु बिजली बिल, चिल्लर व्यापारी व किसानों का बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर आज भाजपा की ओर से शहर के विद्युत भवन के समक्ष ऊर्जामंत्री का पुतला जलाकर विद्युत भवन की बिजली आपूर्ति बंद करते हुए आंदोलन किया गया. इसके बाद आंदोलनकारियों की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को निवेदन भेजा गया.
बता दें कि किोवड-19 के दौर में आय के स्त्रोत थम गए थे. छोटे, मोठे व्यवसाय भी बंद थे. बावजूद इसके इस दौर में घरेलु बिजली बिल अनाप शनाप भेज दिेये गए. महीने के 400 रुपए बिल का भुगतान करने वाले ग्राहकों को 4 हजार रुपए बिजली बिल भेजा गया. राज्य के ऊर्जा मंत्री ने 300 यूनिट बिजली बिल माफ किया जाएगा, बिजली बिल में सहुलियत देने की घोषणा बार-बार की गई, लेकिन ऐन दीपावली के मुहुर्त पर सभी को बिजली बिल का भुगतान करना ही पडेगा, अन्यथा बिजली कनेक्शन काट दिये जाने की घोषणा ऊर्जा मंत्री नितीन राउत ने करते हुए जनता को 440 वोल्ट का झटका दिया है. भारतीय जनता पार्टी की ओर ेस आज विद्युत मंडल कार्यालय की बिजली आपूर्ति खंडित कर आंदोलन किया गया.वहीं इस दौरान सरकार को चेताया गया है कि जनता को अंधरे में रखने पर सभी सत्तारुढ पार्टियों के विधायकों की विद्युत आपूर्ति बंद करने की चेतावनी दी गई. इसके बाद मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के नाम पर कृषि पंप, घरेलू बिजली बिल, चिल्लर व्यापारी और उद्योगों के बिजली बिल माफ करने के संबंध में निवेदन भेजा गया. इस आंदोलन में भाजपा के पूर्व कृषिमंत्री अनिल बोंडे, भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी, शिवराय कुलकर्णी, बादल कुलकर्णी सहित सेैंकडों कार्यकर्ता मौजूद थे.