प्रत्येक संकट पर मात करते हुए विकास का चक्र करेंगे गतिमान
गणतंत्र दिवस पर पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का कथन
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जिला स्टेडियम पर मुख्य सरकारी समारोह में किया ध्वजारोहण
अमरावती/दि.26 – स्वाधिनता के साथ ही न्याय, समता, बंधुत्व व एकता के मूल्य को स्वीकार करते हुए हमारे देश ने दुनिया में अपनी एक अलग व सुद़ृढ पहचान बनायी है. इन्हीं लोकतांत्रिक मूल्यों को अंगीकार करते हुए महाविकास आघाडी सरकार अपने कदम बढा रही है और हम सभी तरह के संकटों पर मात करते हुए आगे भी विकास के चक्र को अविरत गतिमान करने के लिए पूरी तरह से कृत संकल्प है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा किया गया.
देश के गणतंत्र दिवस की 72 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आज स्थानीय जिला स्टेडियम पर ध्वजारोहण हेतु मुख्य शासकीय समारोह आयोजीत किया गया था. जिसमें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के साथ ही राष्ट्रध्वज को सलामी देते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने जिले के सभी नागरिकों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस अवसर पर संभागीय आयुक्त पीयुष सिंह, विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा, जिलाधीश पवनीत कौर, शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, महानगरपालिका आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे.
कोविड संकट का पूरी मजबूती से किया सामना
इस समय अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने जिले के कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा व मुलभूत सुविधा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किये गये सकारात्मक कार्यों व बदलावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, जिले में विकास की प्रक्रिया को अधिक से अधिक सर्वसमावेशक, लोकहितकारी तथा गतिमान करने की नीति पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, विगत दो वर्षों से हम सभी लोग कोविड संक्रमण के संकट से जूझ रहे है. लेकिन इसके बावजूद विकास का चक्र अविरत रूप से गतिमान है. इन दो वर्षों के दौरान कोविड केयर सेंटर स्थापित करने से लेकर टिकाकरण अभियान को प्रभावी तौर पर चलाने के कई कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किये गये और इस दौरान अन्य बीमारियों की चिकित्सा सुविधा भी जिला अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में प्रभावी रूप से चलायी गई. जहां पर बाह्यरूग्ण सेवा से लेकर शल्यक्रिया तक कई स्वास्थ्य सुविधाओं का 17 लाख से अधिक नागरिकोें ने लाभ लिया.
कृषि क्षेत्र के विकास को पहली प्राथमिकता
इस समय अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि, कोविड काल के दौरान किसानों के समक्ष भी कई संकट सामने आये. जिन्हेें सहायता करने हेतु विभिन्न योजनाएं प्रभावी रूप से चलायी गई. इसके तहत अतिवृष्टि व ओलावृष्टि जैसे प्राकृतिक संकट के दौरान जलदगति से पंचनामे की प्रक्रिया पूर्ण करते हुए सहायता उपलब्ध करायी गई और प्राकृतिक आपदा की वजह से फसलों के नुकसान का सामना करनेवाले 1 लाख 99 हजार 869 किसानों को कुल 139 करोड 21 लाख 5 हजार 262 रूपयों की सहायता घोषित की गई. जिसका वितरण किया जा रहा है. इसी तरह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीझन में 53 हजार 303 किसानों को 22 करोड 55 लाख रूपये अदा किये गये और मौसम आधारित फसल बीमा योजना में 5 हजार 498 किसानों को 63 करोड रूपयों की सहायता देना प्रस्तावित है. इन सबके साथ ही किसानों के लिए रानभाजी महोत्सव तथा जिलास्तरीय महिला किसान दिवस जैसे विभिन्न उपक्रम आयोजीत किये गये तथा कृषि संजीवनी सप्ताह के तहत 258 गांवों में 3 हजार 664 किसानोें का मार्गदर्शन किया गया. इसके अलावा स्व. बालासाहब ठाकरे कृषि व्यवसाय व ग्रामीण परिवर्तन (स्मार्ट प्रकल्प) में 80 ऑनलाईन आवेदन प्राप्त हो चुके है. जिन पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, मनरेगा में 2 हजार 128 हेक्टेयर क्षेत्र में फल बागान साकार किये गये है और अगले वर्ष के लिए 6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र का नियोजन किया गया है. इसमें अधिक से अधिक किसानों ने शामिल होना चाहिए. इसके साथ ही विक्री योग्य कृषि उपज की संकल्पना के तहत जिले में किसान समूहों व किसान उत्पादक कंपनियों के जरिये 295 बिक्री केंद्र शुरू किये गये है. इसके अलावा नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प (पोकरा) योजना में कुल 2 हजार 919 लाभार्थियों को 6 करोड 87 लाख रूपयों का अनुदान वितरित किया गया है. साथ ही 16 किसान उत्पादक गुटों, कंपनियों तथा महिला बचत गुटों को 1 करोड 18 लाख रूपये का अनुदान तथा सूक्ष्म सिंचाई योजना के 1 हजार 621 लाभार्थियों को 2 करोड 59 लाख रूपये का अनुदान वितरित किया गया है.
महिला व बालविकास विभाग का काम प्रशंसनिय
जिला पालकमंत्री के साथ ही राज्य की महिला व बालविकास मंत्री रहनेवाली एड. यशोमति ठाकुर ने बताया कि, राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत जिले के महिला व बालविकास विभाग ने समूचे राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. जिले के 59 अंगणवाडी केंद्रोें का निर्माण और अधिक नाविन्यपूर्ण पध्दति से किया जायेगा. जो समूचे राज्य में सबसे अलग व वैशिष्टयपूर्ण रहेंगे. इन अंगणवाडियोें में विशेष एक्टिविटी रूम, जांच कक्ष, विशेष किचन व स्वतंत्र स्वच्छता गृह की सुविधा रहेगी. जिससे अंगणवाडियों का रूप पलट जायेगा. इसके अलावा महिला व बालविकास भवन का काम भी प्रगति पथ पर है. जिसके लिए सवा चार करोड की निधि मंजुर की गई है. इस पैटर्न को अब राज्य के सभी जिलों में अमरावती पैटर्न के तौर पर चलाया जायेगा. इस समय पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने पुलिस विभाग द्वारा शुरू किये गये डायल 112 तथा रक्षादीप उपक्रम का भी गौरवपूर्ण उल्लेख किया.
रोजगार गारंटी योजना पर प्रभावी क्रियान्वयन
इस समय अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के 4 हजार 171 काम शुरू है. जिनमें 83 हजार 972 मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. जिसमें मेलघाट क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत आज तक 63 लाख 2 हजार 481 मनुष्यदिन निर्मिती को 91.67 फीसद साध्य किया गया है. जिसमें 12 हजार 574 काम पूर्ण किये गये है. जिसके चलते मनरेगा के कामों को लेकर गत वर्ष अमरावती जिला समूचे राज्य में प्रथम स्थान पर था.
आवास योजनाओं पर हो रहा प्रभावी रूप से अमल
अपने संबोधन में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, अनुसूचित जाति व नवबौध्द परिवारों के लिए चलायी जानेवाली रमाई घरकुल योजना के तहत महानगरपालिका क्षेत्र में 4 हजार 561, नगर पालिका क्षेत्र में 4 हजार 191 तथा जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा अंतर्गत 21 हजार 614 ऐसे कुल 30 हजार 366 घरों का काम पूर्ण किया गया. साथ ही जिला ग्रामीण विकास यंत्रणा द्वारा ग्रामीण क्षेत्रोें में 52 हजार 276 घरों का काम पूरा किया गया.
जिले का होगा संतुलित व सर्वसमावेशक औद्योगिक विकास
जिले के औद्योगिक विकास को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, संतुलित औद्योगिक विकास साकार करने हेतु समूह विकास योजना के अंतर्गत जिले में कई स्थानों पर कार्य प्रस्तावित है. इसके तहत अमरावती में सोलर चरखा क्लस्टर व अमरावती क्लस्टर, परतवाडा में टिकवुड फर्निचर क्लस्टर, अंजनगांव सूर्जी में गारमेंट क्लस्टर, दर्यापुर में लेदर क्लस्टर, अंजनगांव सूर्जी में रेडिमेड गारमेंट क्लस्टर, अचलपुर में मिल्क प्रॉडक्ट क्लस्टर तथा मेलघाट में मिल्क प्रोसेसिंग क्लस्टर को विकसित किया जा रहा है. इसके अलावा नांदगांव पेठ के निकट अतिरिक्त अमरावती एमआयडीसी क्षेत्र विकसित किया गया है. जहां पर 14 टेक्सटाईल उद्योगों द्वारा 1 हजार 875 करोड रूपयों का निवेश करते हुए करीब 5 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. इसके साथ ही अमरावती जिले में करीब 6 हजार 660 सूक्ष्म व लघु उपक्रम शुरू है. जिनमें 1 हजार 582 करोड रूपये का निवेश किया गया है और इस माध्यम से 41 हजार 793 लोगोें को रोजगार प्राप्त हुआ है.
ग्रामीण क्षेत्रोें में जल्द होगी जलापूर्ति योजना साकार
इस समय पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने यह भी कहा कि, जलजीवन मिशन में 7 प्रादेशिक ग्रामीण जलापूर्ति योजनाएं प्रस्तावित है. जिसके लिए 300 करोड 62 लाख रूपये की निधी को मान्यता भी प्राप्त हुई है. साथ ही इन कामोें की जल्द शुरूआत की जायेगी और यह ग्रामीण क्षेत्र में सुचारू जलापूर्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
इन गणमान्यों की रही उपस्थिति
प्रजासत्ताक दिवस समारोह में महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग के चेअरमैन किशोर राजे निंबालकर, राज्य सूचना आयुक्त विनयकुमार सिन्हा, एमपीएससी के सदस्य देवानंद शिंदे, निवासी उपजिलाधीश आशिष बिजवल, पुलिस उपायुक्त शशिकांत सातव, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, उपविभागीय अधिकारी उदयसिंह राजपूत, डॉ. नितीन व्यवहारे, रणजीत भोसले, तहसीलदार संतोष काकडे, जिला महिला व बालविकास अधिकारी कैलास घोडके, पालकमंत्री के ओएसडी प्रमोद कापडे, ओएसडी रवि महाले, अरविंद मालवे, अमोल साबले आदि उपस्थित थे.