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महिला के नाम का फेक अकाउंट बनाकर दिल्ली के चिकित्सक को २ करोड से ठगा

हनी ट्रैप में अमीरों को फंसानेवाले आरोपी को पकडा

  • यवतमाल पुलिस की कार्रवाई

यवतमाल/दि.४ – सोशल मीडिया के माध्यम से जान पहचान बनाकर २ करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत प्राप्त होते ही यवतमाल पुलिस ने केवल २४ घंटे में मामले को उजागर करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया.
मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया के माध्यम से यवतमाल की एक युवती ने दिल्ली के नामांकित चिकित्सक के साथ दोस्ती पूर्ण संबंध प्रस्थापित करते हुए उससे दो करोड रुपयों की नगद, आभूषण भेंट स्वरूप में स्वीकार कर लिए. इसके बाद स्वयंम का अकाउंट अचानक बंद कर दिया. जब चिकित्सक को पता चला कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो वह सीधे यवतमाल पहुंचा और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाकर अपनी आप बीती सुनायी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तुरंत उपविभागीय पुलिस अधिकारी व सायबर सेल को घटना की पडताल कर आरोपी को ढूंढकर निकालने के निर्देश दिए.
जिसके बाद सायबर सेल की टीम ने शिकायतकर्ता को फंसानेवाली महिला की जानकारी तकनीकी आधारों पर लेना शुरू किया. इस समय पता चला कि चिकित्सक को फंसानेवाली महिला नहीं बल्कि पुरूष होने की प्राथमिक जानकारी प्राप्त हुई. इसके पश्चात अधिकारी व कर्मचारियों का एक दल गठित कर अरूणोदय सोसायटी में छापामार कार्रवाई की गई. इस दौरान पुलिस ने यहां एक किराए के घ्ज्ञक्र में रहनेवाले आरोपी संदेश मानकर को हिरासत में लिया और उसके पास से एक करोड़ ७२ लाख सात हजार रुपयों की नगद व चार लाख रूपए मूल्य के सोने के आभूषणों के अलावा चार विविध कंपनियों के मोबाईल सहित १ करोड ७८ लाख ६ हजार १९८ रुपयों का माल जब्त किया गया.
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ.दिलीप पाटिल भुजबल, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ.के.ए. धरणे के आदेश पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी माधुरी बावीस्कर के मार्गदर्शन में एपीआई अमोल पुरी, सायबर सेल के गजानन करेवाड, गजानन डोंगरे, विशाल भगत, उल्हास कुरकुटे, कविश पालेकर, महमद भगतवाले, सलमान शेख, किशोर झेंडेकर, पंकज गिरी ने की.
यवतमाल पुलिस ने नागरिकों से आह्वान किया है कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय काफी सावधानी बरती जाए. अनजान लोगों पर जल्दी भरोसा कर उनका एंटरटेमेंट करने की मोठी कीमत चुकानी पड़ सकती है.

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