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मनपा प्रशासन नई दरों से ही करेगा किराया वसूल

दुकानों के किराया वसूली का विषय प्रलंबित नहीं रखने का आवाहन

  • व्यापारियों की ओर बकाया हैं करीब 4 करोड रूपये

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – विगत आम सभा में मनपा के सत्ता पक्ष द्वारा मनपा के व्यापारिक संकुलों के किराया नूतनीकरण व समयवृध्दि का विषय स्थगित रखा गया. जिसकी वजह से व्यापारियों को कुछ हद तक राहत मिली है. किंतु इस विषय को ज्यादा दिनों तक प्रलंबित नहीं रखा जा सकता है. साथ ही दुकानदारों की ओर बकाया रहनेवाले किराये की वसूली नई दरों से ही की जायेगी. इस आशय का संकेत मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे द्वारा दिया गया है.
बता दें कि, मनपा क्षेत्र में खुद मनपा की मिल्कीयतवाले कुल 27 व्यापारिक संकुल है. जिनमें से कुछ की लीज वर्ष 2014 में तथा कुछ की वर्ष 2018-19 में खत्म हो चुकी है. किंतु किराया करार के नूतनीकरण और किराये की नई दरों के निर्धारण को लेकर विगत तीन-चार वर्षों से विवाद चल रहा है, जो राज्य सरकार तक भी पहुंच गया है. ऐसे में इन दुकानदारों की ओर करीब तीन वर्षों का किराया बकाया हो गया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, राजकमल व जयस्तंभ चौक जैसे ‘क्रिम लोकेशन’ पर स्थित व्यापारिक संकुलों की दुकानों के लिए अब तक केवल 1 रूपया चौरस फुट के हिसाब से किराया लिया जाता था. यह व्यवस्था विगत 25 वर्षों से लगातार चली आ रही है. किंतु अब इन व्यापारिक संकुलों के दुकानदार किराये में वृध्दि अथवा किराये की नई दरों का विरोध कर रहे है. इसके लिए जिलाधीश के अध्यक्षतावाली समिती द्वारा तय किये गये रेडी रेकनर की दरों में स्पष्टता नहीं रहने की वजहों को आगे किया जा रहा है. किंतु सरकार के नियमानुसार ही रेडी रेकनर की दरों को ग्राह्य मानकर किराया निर्धारित किया गया है. जिसकी वजह से अब इन दरों को कम करना संभव नहीं, ऐसी भूमिका विपक्षी पार्षदों सहित मनपा प्रशासन द्वारा ली गई है. पुरानी दरों के अनुसार करीब 1 करोड रूपयों से अधिक की रकम दुकानदारों की ओर बकाया है. वहीं नई दरों के अनुसार यह राशि 4 करोड से अधिक की हो सकती है. ऐसे में इस रकम के वसूल होने पर मनपा की आय में निश्चित तौर पर इजाफा होगा. किंतु विगत आमसभा के निर्णय की वजह से यह विषय और भी अधिक आगे लटकने की पूरी संभावना है. वहीं दूसरी ओर विकास कामों सहित मनपा की सेवा में रहनेवाले वाहनों में इंधन भरवाने के लिए भी पैसा नहीं रहने के चलते व्यापारिक संकुलों का विषय प्रलंबित रखने की मानसिकता में फिलहाल मनपा प्रशासन नहीं है और खुद आयुक्त द्वारा साफ तौर पर संकेत दिये गये है कि, अब मनपा के व्यापारिक संकुलों में व्यवसाय करनेवाले दुकानदारों से नई दरों के अनुसार ही किराया वसूल किया जायेगा.

  • फैसले को लेकर खुद भाजपा के कई पार्षद नाराज

यद्यपि विगत आमसभा में व्यापारिक संकुलों से संबंधित विषय पर चर्चा को स्थगित करने का निर्णय पीठासीन सभापति व महापौर चेतन गावंडे द्वारा लिया गया, किंतु खुद भाजपा के ही अधिकांश नगरसेवकों ने महापौर के निर्णय का विरोध किया है. दबे स्वर में पार्षदों द्वारा कहा जा रहा है कि, यद्यपि वे इस फैसले से सहमत नहीं है, किंतु पार्टी की भुमिका को मान्य करने के अलावा उनके पास और कोई पर्याय नहीं है. वहीं दूसरी ओर डॉ. सुनील देशमुख के समर्थक रहनेवाले, लेकिन इस समय भाजपा में मौजूद नगरसेवकों ने तो सभागृह में ही इस फैसले का खुले तौर पर विरोध किया था.

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