कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाएं चलाते समय सूक्ष्म नियोजन जरूरी
पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के निर्देश
अमरावती/दि.१६ – कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाययोजना चलाते समय ग्रामीण इलाकों में सूक्ष्म नियोजन करना जरूरी है. इलाज की सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही प्रभावी देखरेख, लगातार समन्वय व जनजागृति द्वारा ग्रामस्तरीय समितियों ने कोरोना से निपटने के लिए प्रयास करने के निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दिए.
कोरोना उपाययोजना को लेकर तहसीलस्तरीय समीक्षा बैठक ऑनलाईन रूप से ली गई. इस ऑनलाईन बैठक में वे बोल रही थीं. इस बैठक में जिलाधिकारी शैलेश नवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविष्यांत पंडा, निवासी उपजिलाधिकारी नितीन व्यवहारे सहित उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार, गटविकास अधिकारी, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस निरीक्षक,ग्रामसेवक, पटवारी ,ग्रामस्तरीय कोरोना प्रतिबंधक समिति सदस्य मौजूद थे. अमरावती, चांदुर रेल्वे, अंजनगांव सुर्जी, मोर्शी इन चार तहसील समितियों का समीक्षा ब्यौरा पालकमंत्री ने लिया.
पालकमंत्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए ग्रामस्तरीय समिति की भूमिका महत्वपूर्ण है. सभी यंत्रणाओं ने महामारी से निपटने के लिए समन्वय रखकर काम करना चाहिए. तहसीलस्तरीय समितियों के कामकाज का रोजाना ब्यौरा लेना जरूरी है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर में छोटे बच्चे बाधित होने पर उनको आवश्यक उपचार निर्धारित समय पर उपलब्ध कराकर देने के लिए सरकार की ओर से नियोजन किया गया है. बालरोग विशेषज्ञों का का टास्क फोर्स स्थापित किया गया है. इसके जरिए छोटे बच्चों पर होनेवाले उपचार को लेकर मार्गदर्शन, प्रतिबंधात्मक दवाईयां, अत्यावश्यक साधन सामग्री व मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है. इसके अलावा म्यूकर माइकोसिस बीमारी का प्रकोप कोरोना मरीजों में बढ रहा है. जिला स्तर पर दोनों के लिए स्वतंत्र वार्ड निर्माण किया जा रहा है. अत्यावश्यक दवाईयों का स्टॉक व उपचार सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है. ग्रामीण इलाकों में अब भी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इसीलिए सभी नियमों का पालन प्रत्येक ने करना चाहिए. कोरोना की कड़ी को तोडने के लिए जिले में कड़ी पाबंदियों को २२ मई तक जारी रखा गया है. नियमों का कडाई से पालन करवाने के लिए ग्रामस्तरीय समितियों ने प्रभावी निगरानी रखनी चाहिए. जरूरी होने पर पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया जा सकता है. जहां आवश्यक है वहां स्वास्थ्य सुविधा तत्काल बढाने को लेकर जिला प्रशासन को सूचना देनी चाहिए. ऑक्सीजन आपूर्ति, बेड उपलब्धता, रेमडेसिवीर इंजेक्शन के अलावा म्यूकर मायकोसिस बीमारी का दवाईयों का स्टॉक, छोटे बच्चों के लिए आवश्यक दवाईयों का स्टॉक, मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराकर देने के लिए प्रशासन ने परिपूर्ण तैयारी करने के निर्देश दिए. कोरोना प्रतिबंधात्मक द़ृष्टि से ४५ वर्ष से अधिक आयु समूह के नागरिकों को टीका देने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. उपलब्धता के अनुसार सभी को टीका दिया जाएगा.कोरोना नियंत्रण के लिए नागरिकों ने स्वयंम होकर नियमों का पालन करना जरूरी है. इसके लिए व्यापक जनजागृति की जाए. कोरोना प्रतिबंध के लिए नागरिकों को आवश्यक मार्गदर्शक सूचना, त्रिसूत्री का पालन, अन्य आवश्यक नियमों का पालन, रोगप्रतिकार शक्ति बढाने की आहार पद्धति आदि विषयों को लेकर जनजागृति पर जोर दिया गया.