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अनिल देशमुख मामले में मेरी भी सीबीआई जांच करो

अमरावती पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत है देवानंद भोजे

  •  देशमुख मामले में नाम उछलने से परेशान है पुलिस कर्मी भोजे

  •  बदनामी से परेशान होकर आत्महत्या की भी धमकी दी

  •  पुलिस कर्मी ने खूद ही सीबीआई को पत्र लिखा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख व मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग के भ्रष्टाचार मामले में कुछ मीडिया हाऊस व्दारा फोन टैपिंग विषय में अमरावती पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत पुलिस कर्मी देवानंद भोजे का कथित तौर पर नाम उछाले जाने से त्रस्त होकर अमरावती पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत वरिष्ठ टाईपिस्ट देवानंद ने 17 मई को खूद सीबीआई दिल्ली को पत्र लिखकर मांग की है कि उनकी (देवानंद) जांच की जाए. भ्रष्टाचार मामले में लिप्त होने के कथित समाचारों से देवानंद इतने परेशान हो चुके है कि उन्हें परिवार सहित अपनी आत्महत्या का विचार आ रहा है. सीबीआई को लिखे पत्र में देवानंद ने इसका उल्लेख भी किया है.
17 मई 2021 को भेजे पत्र में देवानंद ने कहा है कि उनका होम मिनिस्ट्री में तबादला हुआ था परंतु अनिल देशमुख के साथ उन्होंने एक भी दिन काम नहीं किया. उसके पूर्व ही उनका रिट्रान्स्फर कर दिया गया था. देवानंद ने यह भी कहा है कि चुंकि वे एसआईडी में कार्यरत थे इसलिए उनके पास कुछ फोन की टैपिंग उपलब्ध है. पुलिस आयुक्तालय में उच्च श्रेणी लघु लेखक पद पर कार्यरत देवानंद भोजे ने सीबीआई के महासंचालक को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की फिलहाल सीबीआई व्दारा जांच शुरु है. इस मामले में कुछ मीडिया हाऊस में मेरा ही नाम आया है, लेकिन इसकी सत्यता क्या है, इसके लिए मेरी सीबीआई व्दारा जांच करनी चाहिए. साथ ही मेरी गवाह, मेरा बयाण दर्ज करने की अपील पुलिस कर्मी देवानंद भोजे ने सीबीआई से की है.
सीबीआई को भेजे पत्र में देवानंद भोजे ने कहा है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के लघु लेखक तथा स्वीय सहायक के रुप में मुझे आदेश मिले थे, लेकिन मैेंने अनिल देशमुख के स्वीय सहायक के रुप में एक भी दिन काम नहीं किया, लेकिन इसका गैर फायदा लेकर मैं (देवानंद भोजे) आईपीएस पुलिस अधिकारी व अन्य पुलिस अधिकारियों के तबादले करता हुं, इस तरह की झूठी रिपोर्ट भेजकर भारतीय पुलिस सेवा में कार्यरत एक अधिकारी ने उनके 3 से 4 अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर मेरे साथ पिछले डेढ वर्ष से अनेक षडयंत्र कर मुझे नाहक सजा दी और तकलीफ दी. जिससे त्रस्त होकर मैंने स्वयं तथा परिवार के साथ क्या सामुहिक आत्महत्या करना? इस तरह के भयानक विचार भी मन में आते है. उसी में मेरी गैरकानूनी तरीके से कॉल टेपिंग कर मेरे निजी व व्यक्तिगत जीवन की समूचे महाराष्ट्र व देशभर में बदनामी की जा रही है. देवानंद भोजे के अनुसार वास्तविक देखा जाए तो एसआईडी के जिस फोन टेैपिंग की रिपोर्ट में जो कुछ बाते है उसकी समूची ऑडियो रिकॉर्डिंग का अवलोकन कर संबंधित भारतीय पुलिस सेवा के पुलिस अधिकारी की सीबीआई व्दारा जांच करनी चाहिए. पुलिस कर्मी देवानंद भोजे के अनुसार यह ऑडियो रिकॉर्डिंग उनके पास भी उपलब्ध है. जिससे इस मामले में मुझे भी बयान के लिए व जांच के लिए बुलाना चाहिए, इस तरह का विस्तृत पत्र अमरावती पुलिस आयुक्तालय में वरिष्ठ लघु लेखक देवानंद भोजे ने सीबीआई नई दिल्ली के महासंचालक को भेजा है.

  • मेरे पास वह फोन टैपिंग उपलब्ध है

भोजे ने दी जानकारी
सीबीआई के महासंचालक को भेजे पत्र में देवानंद भोजे ने कहा है कि मेरी गैरकानूनी तरीके से कॉल टेपिंग कर मेरे निजी व व्यक्तिगत जीवन की समूचे महाराष्ट्रभर में बदनामी की. वास्तविक देखा जाए तो एस.आई.डी. के जिस फोन टैपिंग की रिपोर्ट में जो बाते है, उसके समूचे ऑडियो रिकॉर्डिंग का अवलोकन कर संबंधित भारतीय पुलिस सेवा के पुलिस अधिकारी की सीबीआई व्दारा जांच करनी चाहिए. देवानंद भोजे के अनुसार यह ऑडियो रिकॉर्डिंग उनके पास भी उपलब्ध है.

  • मैंने अनिल देशमुख के साथ एक भी दिन काम नहीं किया – भोजे

मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग व राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के भ्रष्टाचार मामले में नाम उछाले जाने के बाद अमरावती पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत उच्च श्रेणी लघु लेखक देवानंद भोजे का कहना है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के लघु लेखक तथा स्वीय सहायक के रुप में उनके नाम के आदेश हुए थे, लेकिन देवानंद भोजे ने वहां एक भी दिन काम नहीं किया. इसी बीच उनका रिट्रान्स्फर हो गया. बावजूद इसके उन्हें इस मामले में बेवजह परेशान किया जा रहा है.

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