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भारसाकले जिला बैेंक के अध्यक्ष निर्वाचित

जिला बैंक पर दुबारा ठाकुर, देशमुख व जगताप गुट की सत्ता

  • उपाध्यक्ष पद पर सुरेश साबले ने जीता चुनाव

  • जिले के दिग्गज सहकार नेताओें के हाथों में बैंक की बागडोर

  • सहकार पैनल ने 15-6 से परिवर्तन पैनल को दी मात

  • प्रत्यक्ष मतदान प्रक्रिया के जरिये हुआ दोनों पदों का चुनाव

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२० – जिले के सहकार क्षेत्र में अग्रणी रहनेवाली जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद हेतु बुधवार 20 अक्तूबर की दोपहर प्रत्यक्ष मतदान पध्दति के जरिये चुनाव करवाये गये. जिसमें एक बार फिर जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, दस वर्षों तक बैंक के अध्यक्ष रहे बबलु देशमूख तथा पूर्व विधायक व बैं के संचालक वीरेंद्र जगताप गुट की सत्ता स्थापित हुई, जब इस गुट के कट्टर समर्थक रहनेवाले जिले के दिग्गज सहकार नेता सुधाकर भारसाकले अध्यक्ष पद के लिए स्पष्ट बहुमत से निर्वाचित हुए. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में तिवसा सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र से बैंक के संचालक निर्वाचित तथा पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के कट्टर समर्थक माने जाते सुरेशराव साबले ने भी स्पष्ट बहुमत के साथ जीत हासिल की. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, जिला बैंक के अध्यक्ष निर्वाचित हुए सुधाकर भारसाकले तथा उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए सुरेशराव साबले दर्यापुर एवं तिवसा सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र में अच्छा-खासा रसूख रखते है और इन क्षेत्रों से लगातार तीसरी बार जिला बैंक के संचालक निर्वाचित हुए है. ऐसे में इन दोनों नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के पास जिला बैंक के कामकाज से संबंधित काफी प्रदीर्घ अनुभव भी है.
बता दें कि, अपनी स्थापना से लेकर अब तक जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में हमेशा से ही कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा है. इससे पहले वर्ष 2011 में जिला बैंक के 24 सदस्यीय संचालक मंडल का चुनाव हुआ था. उस समय भी बबलू देशमुख के नेतृत्व में कांग्रेस ने जिला बैंक में अपनी सत्ता स्थापित की थी और यह सत्ता करीब दस वर्षों तक अबाधित रही. पश्चात जारी माह के दौरान 5 अक्तूबर को जिला बैंक के 21 सदस्यीय संचालक मंडल हेतु हुए चुनाव में भी पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, बैंक के पूर्व अध्यक्ष व जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख तथा पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप के नेतृत्ववाले सहकार पैनल ने कुल 15 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं प्रतिस्पर्धी परिवर्तन पैनल को कुल पांच सीटे मिली थी. साथ ही अचलपुर सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र में आनंद काले ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता था. ज्ञात रहे कि, 21 में से 4 सीटों पर संचालकों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था. जिनमें तिवसा सहकारी सोसायटी क्षेत्र से सुरेश साबले, वरूड सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र से नरेशचंद्र ठाकरे, नांदगांव खंडेश्वर सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र से अभिजीत ढेपे तथा धारणी सेवा सहकारी सोसायटी क्षेत्र से जयकुमार पटेल निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. इनमें से जयकुमार पटेल को छोडकर शेष तीनों संचालक सहकार पैनल यानी देशमुख व जगताप गुट के समर्थक है. वहीं जयकुमार पटेल परिवर्तन पैनल की ओर से प्रत्याशी थे. इसके पश्चात 5 अक्तूबर को शेष 17 सीटों के लिए मतदान करवाया गया था और 6 अक्तूबर को घोषित नतीजों के बाद सहकार पैनल के 12, परिवर्तन पैनल के 4 तथा 1 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में विजयी हुए थे. ऐसे में ठाकुर, देशमुख व जगताप गुट के पास कुल 21 में से 15 संचालकों का स्पष्ट बहुमत था. जिसके चलते पहले दिन से ही यह तय था कि, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर इसी गुट के प्रत्याशी विजयी रहेंगे और इस गुट की जीत एकतरफा रहेगी. उत्सूकता केवल इन दोनों पदों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा को लेकर थी.
जिला बैंक के सभागार में आज बुधवार 20 अक्तूबर की सुबह अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया बैंक के मुख्य निर्वाचन निर्णय अधिकारी डॉ. महेंद्र चव्हाण की देखरेख में शुरू हुई. इस समय अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त ठाकुर, देशमुख व जगताप गुट की ओर से संचालक पद के चुनाव में सर्वाधिक वोटों से विजयी रहनेवाले अपने सबसे अनुभवी व वरिष्ठ सहयोगी सुधाकरराव भारसाकले का नाम अध्यक्ष पद के लिए आगे बढाया गया. साथ ही उपाध्यक्ष पद के लिए तिवसा क्षेत्र की सहकार राजनीति में मजबूत पकड रखनेवाले और पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के बेहद करीबी सुरेश साबले का नाम प्रस्तावित किया गया. वहीं प्रतिस्पर्धि गुट की ओर से अध्यक्ष पद के लिए धारणी सेवा सहकारी सोसायटी से निर्विरोध संचालक निर्वाचित जयकुमार पटेल तथा अचलपुर सेवा सहकारी सोसायटी से निर्दलीय संचालक निर्वाचित आनंद काले का नामांकन पेश किया गया. जिसका सीधा मतलब यह था कि, निर्दलीय संचालक आनंद काले ने अपना समर्थन प्रतिस्पर्धी गुट को दे दिया है. नामांकन प्रक्रिया पूर्ण करने के साथ ही निर्वाचन निर्णय अधिकारी की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया था कि, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव हेतु हाथ उठाकर मतदान नहीं करवाया जायेगा, बल्कि प्रत्यक्ष मतदान की प्रक्रिया पूर्ण होगी. जिसके बाद अपरान्ह 1.30 बजे अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए प्रत्यक्ष मतदान की प्रक्रिया शुरू करायी गयी, जो 2 बजे तक चली. इस समय जिला बैंक के सभी 21 नवनिर्वाचित संचालक बैंक के सभागार में बनाये गये मतदान स्थल पर उपस्थित थे और सभी ने मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लिया. पश्चात 2.30 बजे मतगणना करते हुए नतीजे घोषित किये गये. जिसमें सुधाकर भारसाकले व सुरेश साबले ने 15-15 वोट हासिल किये. वहीं उनके प्रतिस्पर्धी प्रत्याशियों को 6-6 वोट मिले. ऐसे में सुधाकर भारसाकले व सुरेश साबले को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव में 15-6 से विजयी घोषित किया गया.
यूं तो इस चुनाव के नतीजे लगभग पहले से ही तय थे. किंतु इसके बावजूद चुनावी नतीजे घोषित होते ही बैंक के सत्ताधारी खेमे में जबर्दस्त हर्षोल्लास की लहर व्याप्त हो गई तथा एड. यशोमति ठाकुर, बबलु देशमुख व वीरेंद्र जगताप गुट के समर्थकों द्वारा बैंक परिसर में जमकर जल्लोश मनाया गया. साथ ही सभी ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले व उपाध्यक्ष सुरेश साबले को इस जीत के लिए बधाई देने के साथ ही उनका भावपूर्ण अभिनंदन भी किया. हालांकि अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में आगामी पांच वर्षों तक पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर, बैंक के पूर्व अध्यक्ष व जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख तथा पूर्व विधायक व बैंक के संचालक वीरेंद्र जगताप गुट का ही दबदबा रहेगा, यह बात विगत 6 अक्तूबर को बैंक के संचालक मंडल का चुनावी नतीजा सामने आते ही साफ हो गई थी. वहीं अब बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव तथा इस चुनाव में सुधाकर भारसाकले व सुरेश साबले की जीत ने इस बात पर स्पष्ट मूहर भी लगा दी है.

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