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लॉकडाउन में जितनी सेवा उतना ही शुल्क वसूले

पोदार इंटरनैशनल स्कूल के पालकों की कलेक्ट्रेट पर दस्तक

  • शैक्षणिक शुल्क को लेकर शाला संचालकों को आदेश देने की मांग

अमरावती प्रतिनिधि/ दि.४ – स्थानीय कठोरा बु. स्थित पोदार इंटरनैशनल स्कूल के पालको ने आज जिलाधिकारी से भेंट कर लॉकडाउन काल में जितनी सेवा उतना ही शुल्क इस तत्व के अनुसार शैक्षणिक शुल्क वसूलने के शाला संचालकों को आदेश देने के निर्देश दिये है. पालकों का कहना है कि पोदार इंटरनेैशनल स्कूल यह एक व्यापारी प्रतिष्ठीत के रुप में कंपनी कानून के तहत पंजीकृत है. जिससे देश के प्रचलित कानून के तहत उनके पाल्यों को शैक्षणिक सेवा प्रदान कर उसके बदले में शुल्क वसूलना जरुरी है.
पालकों का कहना है कि पोदार इंटरनैशनल स्कूल ने 2019-20 इस शैक्षणिक वर्ष में 23 मार्च 2020 से सेवा देना बंद किया था तथा पाल्यों के सालभर के शैक्षणिक प्रगति का मुल्यांकन करने के लिए होने वाली परीक्षा भी पोदार इंटरनैशनल स्कूल ने नहीं ली. किंतु शैक्षणिक शुल्क मात्र पूरा वसूला. पिछले शैक्षणिक वर्ष में ज्यादा से ज्यादा वसूल की हुई शुल्क यह 2020-21 इस शैक्षणिक सत्र में जमा करना अपेक्षित था. किेंतु ऐसा न करते हुए उल्टा पोदार इंटरनैशनल स्कूल अमरावती ने इस बार भी काफी कम शैक्षणिक सेवा देकर पूरा शुल्क भरने के लिए तगादा लगाया है. महाराष्ट्र सरकार के अनेक आदेश है कि कोरोना के सत्र में किसी भी छात्र को शिक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा. साथ ही शुल्क संदर्भ के निर्णय पालक समिति का गठन कर शाला व्यवस्थापन के साथ बैठक कर लेना चाहिए, किंतु इस वर्ष के सत्र में पोदार इंटरनैशनल स्कूल अमरावती ने पालक समिति का गठन ही नहीं किया. वहीं दूसरी ओर पाल्यों को परीक्षा से वंचित रखने के लिए Between-us यह पोर्टल बंद कर रखा है, जिससे विद्यार्थियों का नुकसान हो रहा है.
इस बार सभी ओर लॉकडाउन घोषित किया गया है, जिससे पालकों की आर्थिक स्थिति कमजोर है, ऐसा रहते हुए शाला की ओर से बार बार समूचा शुल्क भरने बाबत आग्रह हो रहा है. इससे पहले हमने इस स्कूल को दो बार शुल्क कम करने के लिए अर्जी दी है, लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं हुआ. कोरोना काल में सभी उद्योग ठप्प है. जिससे हम पूरा शुल्क नहीं भर सकते, लेकिन समझौता कर हम 50 प्रतिशत ट्युशन शुल्क भरने के लिए तैयार है, इस कारण पोदार स्कूल को इस बाबत आदेश देने की मांग पालकों ने शिक्षाधिकारी से की है.

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