चिखलदरा के कांचवाले स्कायवॉक को मिला रेड सिग्नल
सुरक्षा की द़ृष्टि से उच्च दर्जे के संवर्धन और सुरक्षा की जरूरत
अमरावती/दि.१० – जिले के चिखलदरा तहसील में विश्व का तीसरा और देश का पहला कांच का स्काय वॉक बनाया जा रहा है. जिसे केंद्र सरकार ने रेड सिग्नल दे दी है. जिस परिसर में स्काय वॉक साकार किया जा रहा है. वह क्षेत्र घने जंगल क्षेत्र से घिरा हुआ है और वह व्याघ्र अधिवास का हिस्सा है. यहां के घने जंगल में वन्यप्राणियों का मुक्तसंचार है. इसीलिए उनकी सुरक्षा की द़ृष्टि से उच्च स्तर का संवर्धन और सुरक्षा की जरूरत है.
नेशनल और स्टेट बोर्ड ऑफ वाईल्ड लाईफ को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बारे में भी केंद्र सरकार के पत्र में उल्लेख किया गया है. इस प्रोजेक्ट का इकोलॉजीकल स्टडी करने और उसका कुछ परिणाम होता है क्या? उस प्रोजेक्ट का वाईल्ड लाईफ पर कुछ परिणाम होता है क्या यह जांचने की भी जानकारी दी गई है. अब इस पर जल्द ही सिडको विशेषज्ञों का चयन कर उनसे रिपोर्ट लेकर फिर से प्रस्ताव प्रस्तुत करने की जानकारी मिली है.
बता दें कि चिखलदरा पर्यटन विकास प्रारूप में स्काय वॉक का समावेश किया गया है. इस स्कायवॉक की लंबाई ५०० मीटर रहेगी. अब तक आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. इस स्काय वॉक का कुल बजट ३४ करोड रुपए है. स्कॉयवॉक के संपूर्ण निर्माण हेतू २ साल का अवधि लगेगा.
चिखलदरा में बननेवाला यह पुल देश का पहला कांचवाला स्काय वॉक रहेगा. चिखलदरा के गोराघाट पाईंट से हरीकेन पाईंट तक यह स्काय वॉक रहेगा. हाल की घड़ी में प्रकल्प का काम तेजी से किया जा रहा है. यह स्काय वॉक देश का पहला और विश्व का तीसरा गगनचुंबी पुल रहेगा. यह स्काय वॉक दो बड़ी पहाडियों को जोडा जाएगा. यह स्काय वॉक पूरी तरह से कांच का रहेगा. जिससे चिखलदरा में आनेवाले पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण रहेगा.
स्काय वॉक का निर्माणकार्य पूरा होने के बाद क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. मेलघाट का चिखलदरा क्षेत्र को सिडको के माध्यम से विकसित किया जा रहा है. जिसके चलते चिखलदरा में देश के विभिन्न हिस्सों के पर्यटकों की भीड़ भी बढेगी.
संपूर्ण विश्व में हाल की घड़ी में स्विट्जरलैंड और चीन में कांच वाला स्काय वॉक है. स्विट्जरलैंड का स्काय वॉक ३९७ मीटर और चीन का ३६० मीटर का स्काय वॉक है. इसीलिए चिखलदरा में साकार हो रहा स्काय वॉक यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्काय वॉक रहेगा. यह स्काय वॉक ५०० मीटर का रहेगा.