अमरावतीमुख्य समाचार

चाईल्ड लाईन ने यौन शोषण का शिकार हो रही नाबालिग को छुडाया

आरोपी को सोलापुर पुलिस के किया हवाले

अमरावती/दि.१८ – बीते तीन वर्षों से यौन शौषण का शिकार हो रही सोलापुर जिले की १६ वर्षीय नाबालिग को चाइल्ड लाईन की टीम ने बडनेरा जीआरपी पुलिस की मदद से १५ मई को बडनेरा से छुडाया और आरोपी को हिरासत में लेकर सोलापुर पुलिस के हवाले किया गया.
यहां मिली जानकारी के अनुसार सोलापुर में रहनेवाले २२ वर्षीय गोविंद बबन लोखंडे नामक युवक ने पीडित बालिका को तीन साल पहले अपने साथ बडनेरा भगाकर लाया था. बडनेरा में एक जगह पर उसने किराए से कमरा लिया था. जब भी वह घर से बाहर निकलता तो दरवाजे को ताला लगाता था. इसीलिए वह घर के बाहर निकल नहीं पाती थीं और किसी से संपर्क भी नहीं कर पा रही थीं. पीड़ित नाबालिग ने बताया कि जब वह छटवीं कक्षा में थीं तब गोविंद ने उसे ट्रेन में बिठाकर भगाकर लाया था. लेकिन वह कहां पर आयी है और कौनसे इलाके में रह रही है. यह वह बता नहीं पा रही थीं. बडनेरा की एक पांच मंजिला इमारत में वह रह रहे थे.
गोविंद ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध भी प्रस्थापित किए. जिसके चलते उसे गर्भधारणा हुई. गोविंद जब भी घर से बाहर जाता तो ताला लगाता था. इसीलिए वह बाहर नहीं निकल पा रही थीं. लेकिन १५ मई को गोविंद दरवाजे की कुंडी लगाना भूल गया और मौका पाते ही नाबालिग वहां से भाग निकली. नागरिकों से पुलिस थाने के बारे में पूछताछ कर बडनेरा रेलवे स्टेशन पहुंची. दोपहर के समय घबरायी हुई नाबालिग चाइल्ड लाईन के सदस्यों को दिखाई दी. शरीर पर शादीशुदा रहने का पहनावा होने पर भी चाईल्ड लाईन के सदस्यों को थोड़ा संदेह हुआ. चाईल्ड लाईन के सदस्य सदस्य नितेश भुताडे, रमेश मोंढे, को-ऑर्डिनेटर सारिका वानखडे, कौन्सेलर प्रियंका मांजरे ने जब उससे पूछताछ की तो सनसनीखेज जानकारी सामने आयी.
वर्ष २०१९ में गुमशुदा होने की शिकायत पीडित नाबालिग के परिजनों ने सोलापुर के टेंभूर्णा पुलिस थाने मं दर्ज करायी थीं. नाबालिग को चाईल्ड लाईन की टीम ने रेलवे पुलिस की मदद से मेडिकल जांच कराने के चाईल्ड केयर होम में भेज दिया. इसके बाद परिवार के सदस्यों का मोबाईल नंबर प्राप्त कर नाबालिग के माता-पिता से संपर्क किया गया. यह कार्रवाई अमरावती बाल कल्याण समिति, सोलापुर बाल कल्याण समिति और बडनेरा जीआरपीएफ के माध्यम से की गई

Related Articles

Back to top button