धूमधाम से मनाया गया ईसा मसीह का जन्मोत्सव
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शहर में हर ओर रही ‘मैरी क्रिसमस’ की धुम
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सभी गिरजाघरों में साकार हुआ बेथलहम
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बधाई गीत गाकर मनाया गया मसीही जन्मोत्सव
अमरावती/प्रतिनिधि दि. २५ – स्थानीय इर्विन चौक स्थित सेंट फ्रान्सीस जेवियर्स कैथेड्रल चर्च सहित शहर एवं जिले के सभी गिरजाघरों में गुरूवार व शुक्रवार की दरम्यानी रात बडी धुमधाम से प्रभु ईसा मसीह का जन्मोत्सव मनाया गया. साथ ही शुक्रवार 25 दिसंबर को बडे हर्षोल्लास के साथ क्रिसमस का पर्व मनाया गया. हालांकि इस बार क्रिसमस पर्व पर भी कोरोना संक्रमण के खतरे की छाया दिखाई दी और सभी गिरजाघरों में सोशल डिस्टंसिंग के नियमों एवं कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों का कडाई के साथ पालन किया गया.
बता दें कि, क्रिश्चियन मान्यताओें के मुताबिक प्रभु ईसा मसीह का जन्म 2 हजार 20 वर्ष पहले बेथलहम में रात 12 बजे हुआ था, और उस समय आसमान में एक तेज रोशनी चमकी थी. जिसे आधार मानते हुए इसा मसीह को अपना पालनहार माननेवाले बेथलहम तक पहुंचे थे. इस कारण प्रति वर्ष 24 व 25 दिसंबर की दरम्यानी रात मध्यरात्रि 12 बजे प्रभु ईसा मसीह का जन्मोत्सव मनाया जाता है. लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते रात 11 बजे से रात्रीकालीन कर्फ्यू लागू होने की वजह से क्रिश्चियन समाज बंधूओं ने सामंजस्यपूर्ण भुमिका अपनाते हुए 24 दिसंबर की रात 12 बजे होनेवाली प्रार्थना और प्रभू येशू का जन्मोत्सव चार घंटे पूर्व यानी रात 8 बजे ही आयोजीत किया. साथ ही चर्च में भी चुनिंदा लोगों को ही सैनिटाईजेशन व सोशल डिस्टंसिंग के नियमोें का पालन करते हुए प्रवेश दिया गया.
स्थानीय सेंट फ्रान्सीस जेवियर्स कैथेड्रल चर्च में गुरूवार की रात 8 बजे चर्च के प्रमुख धर्मगुरू फादर रमसीन, फादर ओनील गोसाल्वीस, फादर सेबेस्टिनकिनी व फादर जेम्स वक्माला की उपस्थिति में मास्क प्रेयर यानी सामूहिक प्रार्थना हुई और प्रभु येशू के बाल स्वरूप को यहां पर प्रतिकात्मक रूप से तैयार की गई बेथलहम स्थित गौशाला की प्रतिकृति में रखा गया. पश्चात सभी को प्रभु ईसा मसीह के जन्म की शुभकामनाएं देते हुए विश्वशांति एवं कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की गई. करीब दो घंटे चले इस आयोजन का समापन केक काटकर और एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस कहते हुए बधाई देकर किया गया.
वहीं शुक्रवार 25 दिसंबर को इर्विन चौक स्थित सेंट फ्रान्सीस जेवियर्स कैथेड्रल में तीन चरणोें के तहत क्रिसमस निमित्त प्रार्थना का आयोजन किया गया. जिसके तहत पहले चरण में सुबह 7 बजे रिलीजियस कम्युनिटी के लिए प्रार्थना आयोजीत की गई. पश्चात सुबह 9 बजे व सुबह 11 बजे सभी ईसाई समाज बंधूओं के लिए प्रार्थना का आयोजन किया गया. जिसमें सभी लोग सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करते हुए शामिल हुए. साथ ही प्रार्थना के बाद सभी ने एक-दूसरे को क्रिसमस पर्व की बधाई दी. इस आयोजन के लिए चर्च परिसर को पूरी तरह से सैनिटाईज किया गया था और चर्च में आनेवाले हर व्यक्ति के लिए सैनिटाईजर व मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य किया गया था. इसके अलावा चर्च के भीतर भी बैठने की व्यवस्था, सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करते हुए की गई थी.