शहर कांग्रेस ने अगस्त क्रांति दिवस पर निकाला भव्य मशाल मार्च
आजादी के गुमनाम नायक याद किये गये
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देशभक्तिपूर्ण हुआ शहर में माहौल
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मौजूदा केंद्रीय सत्ता के खिलाफ ‘चले जाओ’ का नारा बुलंद
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देश में नई क्रांति के सूत्रपात का किया गया संकल्प
अमरावती/प्रतिनिधि दि.९ – 9 अगस्त 1942 को ब्रिटीश सत्ता के खिलाफ किये गये ‘चले जाओ’ आंदोलन की यादों को ताजा करते हुए शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा अगस्त क्रांति दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार 9 अगस्त को अमरावती शहर में भव्य मशाल मार्च का आयोजन किया गया. इस अवसर पर देश की आजादी के लिए अपने सर्वस्व का बलिदान करनेवाले गुमनाम नायकों को याद करते हुए देश में नई क्रांति का सूत्रपात करने का संकल्प लिया गया. साथ ही मौजूदा केंद्रीय सत्ता के खिलाफ ‘चले जाओ’ का नारा बुलंद किया गया.
इस आयोजन के तहत शहर के विभिन्न इलाकों से बडी संख्या में युवक-युवती मोटर साईकिलों पर सवार होकर हाथों में तिरंगे झंडे लिये नेहरू मैदान में इकठ्ठा हुए. जहां पर पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, विधायक सुलभा खोडके व बलवंत वानखडे, पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलु शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, प्रदेश अपंग विकास सेल के अध्यक्ष किशोर बोरकर, पूर्व पार्षद वसंतराव साउरकर तथा पूर्व मंत्री सुरेंद्र भूयार के नेतृत्व में शहीद स्मारक पहुंचकर शहीदों को सामूहिक आदरांजलि अर्पित की गई. इसके पश्चात मशाल मार्च का प्रारंभ हुआ. जिसके तहत मोर्चा में शामिल सभी लोगों ने अपने हाथों में जलती हुई मशाल ले ली और वे पैदल मार्च की शक्ल में आगे बढे. नेहरू मैदान से निकला मोर्चा रेल्वे पुलिया होते हुए जयस्तंभ चौक स्थित महात्मा गांधी पुतला परिसर पहुंचा. जहां पर महात्मा गांधी के पुतले को माल्यार्पण करते हुए आदरांजलि अर्पित की गई. यहां से यह मोर्चा राजकमल चौक पहुंचा. जहां पर प्रा. डॉ. किशोर फुले ने सभी उपस्थितों को अगस्त क्रांति दिन का महत्व बताया और यहां पर भव्य मशाल प्रज्वलित की गई. पश्चात राष्ट्रगीत के जरिये इस कार्यक्रम का समापन किया गया. इस कार्यक्रम में सूत्रसंचालन व आभार प्रदर्शन विनोद मोदी द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान पूरा समय जयहिंद व भारत माता की जय के नारे गूंजायमान होते रहे.
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री पुष्पा बोंडे, संजय वाघ, नगरसेवक अस्मा फिरोज खान, शोभा शिंदे, सुनीता भेले, वंदना कंगाले, सलिम बेग, प्रदीप हिवसे, अनिल माधवगाडिया, हफिजाबी युसुफ शाह, नूर खान, कोमल बोथरा, संजय वाघ, विनोद मोदी, नरेश बोधानी, शरद दातेराव, सलिम मिरावाले, झिया खान, शम्स परवेज, देवयानी कुर्वे, राजा बांगडे, निलेश गुहे, अब्दुल, डॉ. दिनेश गवली, अशोक डोंगरे, कलंदर भाई, अनिक मास्टर, अकील बाबु, सादिक हाताश, हाजी अजर, जावेद भाई, नसीम भाई, दिलीप भेंडे, अनिकेत देशमुख, राजा देशमुख, अंकुश डाहाके, महेश महल्ले, नौशाद, रेहान, समीर जवंजाल, संदीप मानकर, शिल्पा राऊत, किर्तीमाला गावंडे, ऋग्वेद सरोदे, नसीम पप्पू, तनवीर आलम, जावेद साबिर, गजानन राजगुरे, प्रभाकर वालसे, नरेश सारडा, पुरुषोत्तम मुंधड़ा, राजेन्द्र भंसाली, अर्चना सवई, जयश्री वानखडे, वंदना थोरात, राजु भेले, भास्कर रीठे, आस्मा परवीण, करिमाबाजी, राजा चौधरी, राजेश ठाकुर, राजेश चव्हाण, सुजाता झाड़े, लक्ष्मी राठी, कांचन ग्रेसपुन्जे, शारदा कोकाटे, निता सोनवणे, वंदना आत्राम, नंदा वाघमारे, योगिता गिरासे, किरण मेहरे, सादिक शाह, संकेत साहू, संतोष केशरवानी, योगेश बुंदेले, गुड्डू हमिद, सागर कलाने, अकरम अली, रज्जू बाबा, प्रमोद राऊत, हरदीप सिंह, राजु काले, संकेत साहू, देवेन्द्र पोहोकार, प्रवीण चरपे, योगेश सोलंके, किशोर गोमकाले, फादर ड़ेनियल, सोहन कुरील, मनीष पावडे, खोजयमा खुर्रम, बबनराव सोलीव, ड़ॉ. बी. आर. देशमुख, सुनिल कंडालकर, जितेंद्र वाघ, संजय बोबडे, संदेश जैन, अभिनय अभ्यंकर, मंगेश येते, जतिन यादव, गजानन थोरात, संजय गुजर, प्रदीप बनारसे, आरिफ मास्टर, अशोक रेवस्कार, गजानन महाजन, नीरज मेश्राम, संजय पमनानी आदि सहित युवक कांग्रेस, अल्पसंख्यक सेल, एनएसयुआई, एससी/एसटी सेल, सेवादल, महिला कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता तथा शारीरिक शिक्षा विभाग के प्राध्यापक बडी मात्रा में उपस्थित थे.