अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज अपराधों की चार्जशीट अदालत में पेश करने के साथ ही सभी मामलों मेें पुख्ता सबूत पेश किये गये और अभियोजन पक्ष को बेहतरीन तरीके से तथ्य उपलब्ध कराये गये. जिसके चलते जारी वर्ष के दौरान जनवरी से सितंबर माह तक 19 मामलों में अलग-अलग आरोपियों को अदालत द्बारा दोषी करार देते हुए कारावास सहित आर्थिक जुर्माने की सजा सुनाई गई.
यहा यह विशेष उल्लेखनीय है कि, गत वर्ष जनवरी से सितंबर माह के दौरान शहर पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत दोषसिद्धि का प्रमाण 49 प्रतिशत था. वहीं शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्बारा शहर पुलिस आयुक्तालय की कमान संभालने के बाद इस ओर विशेष तौर पर ध्यान दिया गया. जिसके चलते जारी वर्ष के दौरान दोषसिद्धि का प्रमाण बढकर 64 फीसद तक पहुंच गया है. जिसका सीधा मतलब है कि, शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह के अगुवाई में शहर पुलिस द्बारा सभी अपराधिक मामलों की कडाई से जांच करने के साथ ही आरोपियों को पकडा जा रहा है और पुख्ता सबूतों व तथ्यों के साथ अदालत के समक्ष चार्जशीट पेश की जा रही है. ताकि आरोपियों को उनकी अपराध की सजा दिलाई जा सके. सर्वाधिक उल्लेखनीय यह है कि, जिन 19 मामलों में अदालत द्बारा आरोपियों को विभिन्न धाराओं के तहत सजा सुनाई गई है, वे सभी मामले जारी वर्ष के दौरान ही घटीत हुए थे. यानि शहर पुलिस द्बारा समय पर अपनी जांच पूरी करते हुए अदालत के समक्ष चार्जशीट पेश की गई और अभियोजन पक्ष के साथ पूरा सहयोग करते हुए एक वर्ष के भीतर आरोपियों को सजा के अंजाम तक पहुंचाया गया. इन 19 मामलों में हत्या से संबंधित 4, हत्या के प्रयास से संबंधित 1, बलात्कार व दुराचार से संबंधित 1 मामले का भी समावेश था. जिनमें आरोपियों को आजीवन कारावास से लेकर 12 वर्ष की कैद तक की सजा सुनाई गई है. इसके अलावा अन्य मामलों में भी आरोपियों को भादवि की धारा के तहत अलग-अलग सजा व जुर्माना सुनाया गया है.
अपराधों की जांच के साथ-साथ अपराधियों को सजा दिलाने की ओर शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्बारा अमरावती में अपना पदभार स्वीकार करते ही विशेष तौर पर ध्यान देना शुरु किया गया था. जिसके सार्थक परिणाम दिखाई देने लगे है.