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धार्मिक आयोजनों को भी मिलेगी अनुमति
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छूट मिलने के साथ ही प्रतिबंधात्मक नियमों का भी करना होगा कडाई से पालन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – आगामी 7 अक्तूबर से 9 दिवसीय नवरात्रोत्सव पर्व का प्रारंभ होने जा रहा है तथा राज्य सरकार द्वारा नवरात्रोत्सव के पहले दिन घटस्थापना पर्व से राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को खुलने की अनुमति दी जा रही है. साथ ही कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए धार्मिक आयोजनों को छूट दी जा रही है. ऐसे में जहां एक ओर शक्तिपीठ का दर्जा हासिल रखनेवाले अंबादेवी, एकवीरा देवी व पिंगलादेवी के मंदिरों में नवरात्रोत्सव को लेकर जबर्दस्त तैयारियां की जा रहीं है. वहीं दूसरी ओर शहर सहित जिले में नवरात्रोत्सव मनानेवाले सार्वजनिक दुर्गोत्सव मंडलों द्वारा भी तमाम तैयारियां की जा रही है.
बता दें कि, अंबानगरी अमरावती में आदिशक्ति मां नवदुर्गा का नवरात्रोत्सव बडी धूमधाम के साथ आयोजीत किया जाता है. इसके तहत जहां एक ओर अंबादेवी व एकवीरा देवी मंदिर में पूरे नौ दिन विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान चलते है. वहीं राजकमल चौक से गांधी चौक तक अंबादेवी रोड पर नवरात्र का मेला सजता है. इसके अलावा शहर में विभिन्न स्थानों पर सार्वजनिक मंडलों द्वारा दुर्गोत्सव मनाया जाता है. जिसके तहत प्रताप चौक, बर्तन बाजार व रायली प्लॉट परिसर में स्थापित होनेवाली दुर्गा प्रतिमाएं सभी के आकर्षण का केंद्र होती है. किंतु गत वर्ष कोविड संक्रमण की पहली लहर के दौरान महामारी के खतरे और लॉकडाउन के चलते शहर सहित जिले में कहीं पर भी दुर्गोत्सव नहीं मनाया गया. वहीं इस वर्ष भी सरकार द्वारा कई कडे प्रतिबंधात्मक नियमों के साथ गणेशोत्सव व दुर्गोत्सव मनाने की अनुमति दी जा रही है. जिसके तहत सार्वजनिक मंडलों में अधिकतम चार फीट उंची दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा सकेगी. वहीं घरेलू स्तर पर मात्र दो फीट उंची दुर्गा प्रतिमा की स्थापना करने हेतु निर्देशित किया गया है. इसके अलावा सार्वजनिक दुर्गोत्सव मंडलों के पंडालों में भीडभाड नहीं होने देने तथा मास्क व सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का कडाई पूर्वक पालन करने को लेकर भी आवश्यक निर्देश जारी किये गये है. इसके अलावा दुर्गोत्सव के दौरान किसी भी तरह की शोभायात्रा, रैली अथवा जुलुस नहीं निकालने तथा कोई भी भव्य-दिव्य आयोजन नहीं करने का भी निर्देश सरकार एवं प्रशासन की ओर से जारी किया गया है. ऐसे में विगत दिनों जिस तरह गणेशोत्सव बेहद सादे व सामान्य ढंग से मनाया गया, उसी तरह दुर्गोत्सव भी बेहद सादे व सामान्य ढंग से मनाये जाने का अनुमान है. बावजूद इसके सभी भाविक श्रध्दालुओं में नवरात्रोत्सव के आगमन को लेकर काफी उमंग व उल्लास का वातावरण है तथा सर्वाधिक आनंद धार्मिक स्थलों व प्रार्थना स्थलों को खोले जाने को लेकर है, क्योेंकि विगत डेढ वर्ष से सभी धर्मों के धर्मस्थल व प्रार्थनास्थल अधिकारिक तौर पर पूरी तरह से बंद है. ऐसे में अब आगामी 7 अक्तूबर से सभी लोग बेरोकटोक अपने-अपने धर्मस्थलों व प्रार्थनास्थलों में जा सकेंगे. हालांकि इसके लिए भी कोविड त्रिसूत्री के नियम का पालन करना अनिवार्य किया गया है.
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मसानगंज में विराजीत होंगी 9 देविया
– श्री शिव नव दुर्गा मंडल का उपक्रम
स्थानीय मसानगंज में री शिव नवदुर्गोत्सव मंडल द्वारा विगत 20 वर्षों से नवरात्रोत्सव का पर्व बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है और प्रतिवर्ष अलग-अलग झांकियां साकार की जाती है. जिसके तहत इस वर्ष इस मंडल द्वारा 9 देवियों की स्थापना की जायेगी. इससे पहले मंडल के 11 वर्ष पूरा होने पर भी 9 देवियों की स्थापना की गई थी और 21 वें वर्ष में भी इस परंपरा का पालन किया जायेगा. इसके साथ ही देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूरे नौ दिनों तक पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जायेगी. ऐसी जानकारी शिव नवदुर्गोत्सव मंडल के पदाधिकारियों द्वारा दी गई है.
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चप्पे-चप्पे पर रहेगा कडा पुलिस बंदोबस्त
जहां एक ओर सरकार एवं प्रशासन द्वारा नवरात्रोत्सव के दौरान मंदिरों को खोलने एवं धार्मिक आयोजनों को लेकर छूट दी जा रही है. वहीं दूसरी ओर इस दौरान बिना वजह की भीडभाड को टालने तथा कानून व व्यवस्था की स्थिति बो बनाये रखने हेतु पुलिस महकमे को चहुंओर कडा बंदोबस्त तैनात करने का निर्देश दिया गया है. ऐसे में शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा शहर में चप्पे-चप्पे पर कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया जायेगा. साथ ही संवेदनशिल व अति संवेदनशिल क्षेत्रों पर विशेष रूप से नजर रखी जायेगी.