ठंडे पानी के व्यवसाय पर भूमिका स्पष्ट करे अन्न औषधी प्रशासन
पार्षद तुषार भारतीय ने सहायक आयुक्त को सौंपा पत्र
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२० – आरओ प्यूरीफायर के जरिये निर्जंतुक करने के साथ ही ठंडा करने के बाद कैन व जार में भरे गये पानी का विगत कुछ वर्षों आम जीवनशैली में समावेश हो चुका है. ऐसे में लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कई सुशिक्षित बेरोजगार युवाओं ने स्वयंरोजगार शुरू करते हुए इस व्यवसाय के क्षेत्र में कदम रखा था. लेकिन विगत दिनों राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा यह कहते हुए आरओ प्लैन्ट को सील लगाकर बंद करने का आदेश जारी किया गया कि, इस पानी को बेचने से पहले अन्न व औषधी प्रशासन विभाग द्वारा एनओसी प्रदान की जाये. लेकिन अन्न व औषधी प्रशासन को केवल बोतलबंद पानी को ही एनओसी देने का अधिकार है और खुले पानी की बिक्री का मामला इस विभाग के अंतर्गत नहीं आता है. ऐसे में अन्न व औषधी प्रशासन विभाग द्वारा इस मामले में अपनी भुमिका स्पष्ट की जाये. इस आशय की मांग भाजपा पार्षद तुषार भारतीय द्वारा अन्न व औषधी विभाग के सहायक आयुक्त के नाम जारी पत्र में की गई है. इस पत्र में बताया गया है कि, अमरावती शहर में करीब १५० आरओ वॉटर प्लांट है. जिन पर प्लांट संचालकों सहित वहां पर काम करनेवाले करीब २ हजार लोगों का परिवार आश्रित है. ऐसे में इन प्लांटस् को अचानक सील कर दिये जाने से इन सभी लोगों एवं उनके परिजनों ऐसे करीब ७ से ८ हजार लोगों को बेरोजगारी व भूखमरी का सामना करना पड रहा है. वहीं दूसरी ओर आरओ प्लांट को शुरू रखने के संदर्भ में अनुमति देने का अधिकार अन्न व औषधी प्रशासन के पास नहीं है. ऐसे में मनपा प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है. अत: अन्न व औषधी प्रशासन विभाग द्वारा इस बारे में जानकारी स्पष्ट की जानी चाहिए. ज्ञापन सौंपते समय पार्षद तुषार भारतीय के साथ किशोर दुर्गे, विनोद डागा, श्री धुमाले, पवन राऊत, पराग चांडक, अविनाश राऊत, मनोज चांडक, निलेश मिराणी, भूषण तसरे, गोवर्धन भाई आदि उपस्थित थे.