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राजकमल चौक का टाका किया गया खाली
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मनपा मुख्यालय में साफ-सफाई युध्दस्तर पर
अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – विगत 15 दिनों से कचरे व गंदगी की समस्या तथा साफ-सफाई की अव्यवस्था के खिलाफ दैनिक अमरावती मंडल द्वारा व्यापक जनहित में खबरे प्रकाशित करते हुए एक अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत गत रोज शहर की साफ-सफाई के लिए जिम्मेदार महानगरपालिका की ऐन नाक के नीचे व्याप्त कचरे व गंदगी की समस्या को उजागर किया गया था. मंडल की मुहिम के चलते पहले ही समूचे शहर की लानत-मलानत झेल रहे मनपा प्रशासन में गत रोज की खबर के चलते मानो भूकंप ही आ गया और आनन-फानन में मनपा परिसर को साफ-सूथरा व चकाचक करने हेतु कदम उठाये गये.
बता दें कि, गत रोज प्रकाशित खबर में हमने बताया था कि, मनपा मुख्यालय के बिल्कुल बगल में राजकमल चौराहे पर स्थित वॉटर फाउंटन में विगत अनेक दिनों से पानी जमा है. जिससे डेंग्यू के मच्छर पैदा हो सकते है. किंतु लोगों के घरों में कूलर का पानी खाली करवा रहे मनपा प्रशासन का ध्यान अपने बगल में स्थित इस पानी के टाके पर नहीं है. जिसके बाद मनपा प्रशासन द्वारा बुधवार को पानी का यह टाका पूरी तरह से खाली करते हुए इसे साफ-सुथरा किया गया. इसके अलावा गत रोज प्रकाशित खबर में खुद मनपा कार्यालय परिसर के स्वच्छता गृह, शौचालय व प्रवेश द्वार के आसपास व्याप्त कचरे व गंदगी की समस्या को भी उजागर किया गया था. जिसके बाद मनपा के स्वच्छता विभाग द्वारा बुधवार की सुबह से मनपा कार्यालय परिसर में जगह-जगह व्याप्त कचरे और गंदगी को हटाने का काम शुरू किया गया. युध्दस्तर पर चलाये गये इस स्वच्छता अभियान के चलते दोपहर बाद तक मनपा मुख्यालय पूरी तरह से चकाचक और साफ-सुथरा दिखाई देने लगा.
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पूरे शहर के लिए कब दिखेगी मुस्तैदी
एक दिन पूर्व ही मनपा मुख्यालय के आंखों देखे हाल को लेकर खबर प्रकाशित होने के बाद मनपा प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर मनपा के मुख्यालय को साफ-सुथरा करने में जो मुस्तैदी दिखाई है, वहीं मुस्तैदी पूरे शहर के लिए भी अपेक्षित है. किंतु अफसोस के साथ कहा जा सकता है कि, विगत 15 दिनोें के दौरान शहर के विभिन्न रिहायशी इलाकों में साफ-सफाई को लेकर स्थिति में कोई विशेष बदलाव नहीं आया है तथा अब भी कई इलाकों में कचरे एवं गंदगी के ढेर देखे जा सकते है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, मनपा प्रशासन एवं स्वच्छता विभाग द्वारा समूचे शहर में युध्दस्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाये, ताकि शहर को कचरे व गंदगी की समस्या के साथ-साथ डेंग्यू व चिकनगुनिया जैसी महामारियों की समस्या से भी निजात दिलाई जा सके.