नागपुर/ दि. 28- शिंदे सरकार के मंत्री अब्दुल सत्तार पर गायरान जमीन वितरित करने का आरोप लगाकर विपक्ष तीन दिनों से उनके त्यागपत्र की मांग कर रहा है. सीढियों पर अनेक बार आंदोलन कर चुका है. इस बीच आज विपक्ष के सदन से बाहर जाते ही अब्दुल सत्तार ने समय साध लिया. भावुक अंदाज में कातर स्वर में उन्होंने सफाई दी. तमाम आरोपों का खंडन कर दावा किया कि उनके आदेश से सरकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसके बावजुद उच्च न्यायालय जो फैसला करेगा वह उन्हें मान्य होगा.
सत्तार पर वाशिम जिले में 150 करोड रूपए की गायरान जमीन एक निजी व्यक्ति को ठाकरे सरकार में मंत्री रहते देने का आरोप लगाया जा रहा है. उसी प्रकार शिक्षक सेवा भर्ती प्रक्रिया में भी अपनी बेटी और रिश्तेदार को लाभ पहुंचाने का ताजा आरोप उन पर लगा हैं. इन आरोपों को लेकर आज पुन: विपक्ष के नेता अजीत पवार की उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से तीखी नोकझोक हो गई. उपरांत विपक्ष ने बहिर्गमन किया. यही मौका देखकर सत्तार ने अपने आरोपों पर जबाव दिया. उन्होंने कहा कि एक पिछडे व्यक्ति को न्याय देने का काम किया है. कुछ गलत नहीं किया. सत्तार ने कहा कि विपक्ष के नेताओं की तरह उन्होंने जमीन हडपी नहीं है. गांव नमूना में कोई बदल नहीं किया है. सत्तार ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोपों में कोई तथ्य नहीं है.