* अब तक प्रशासन ने नहीं की पुष्टि
* कई गांवों में संतप्त लोग उतरे सडकों पर
* पूर्व सूचना नहीं रहने को लेकर जताया रोष
अमरावती/दि.19 – पडोसी जिले अकोला में काटेपूर्णा बांध व नदी के आसपास बसे 70 गांवों में आज उस समय बाढ सदृष्य हालात बन गए, जब चारो ओर धुआंधार व झमाझम बारिश हुई. यद्यपि प्रशासन द्बारा अब तक अधिकारिक रुप से पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस क्षेत्र में 24 घंटों के दौरान करीब 220 मिमी बारिश हुई है. बता दें कि, एक दिन के दौरान 100 मिमी से अधिक बारिश होने को बादल फटने वाली स्थिति कहा जाता है. ऐसे में अकोला जिले के 70 गांवों में भारी बारिश की वजह से उपजे हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है. चूंकि इस क्षेत्र में भारी वर्षा होने को लेकर प्रशासन द्बारा कोई अलर्ट नहीं दिया गया था तथा पूरा दिन जोरदार बारिश होकर क्षेत्र के 70 गांवों में बाढ सदृष्य हालात बनने और लोगों के घरों में बाढ का पानी घूस जाने के चलते कई गांवों के लोगों ने सडकों पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ अपना रोष व संताप जताया तथा प्रशासन का निषेध करते हुए आंदोलन किया. ऐसे में झमाझम बारिश के बावजूद भी कई गांवों में हालात काफी तनावपूर्ण रहे.
जानकारी के मुताबिक काटेपूर्णा नदी से सटे काटेपूर्णा सहित फुगवा, आगर व आसपास के 70 गांवों में बीती शाम से ही झमाझम बारिश हो रही है. जिसके चलते काटेपूर्णा नदी सहित क्षेत्र से होकर बहने वाले तमाम छोटे-बडे नालों में बाढ आयी हुई है. साथ ही पूरे परिसर में हर ओर पानी ही पानी हो जाने के चलते त्राहीमाम वाली स्थिति बनी हुई है. कई गांवों में खेत खलिहाल पानी में डूब गए है. साथ ही बाढ व बारिश का पानी रिहायशी इलाकों में स्थित घरों में भी भर गया है. ऐसे मेें आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हुआ है. विगत 24 घंटे के दौरान रेकॉर्ड 220 मिमी पानी बरसने के चलते इस परिसर में बादल फटने से भी खतरनाक हालात बन गए है. जिसके बारे में स्थानीय प्रशासन द्बारा कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी. ऐसे में बारिश से हैरान-परेशान रहने के बावजूद लोगों का स्थानीय प्रशासन के खिलाफ गुस्सा फूट पडा और लोगों ने झमाझम बारिश के बीच सडकों पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
* राज्य के कई जिलों में मूसलाधार
– विदर्भ सहित मुंबई व कोंकण में बाढ सदृष्य हालात
अब राज्य के लगभग सभी हिस्सों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. साथ ही विदर्भ सहित मुंबई एवं कोंकण क्षेत्र में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है. जिसके चलते कई इलाकों में बाढ वाली स्थिति बनी हुई है. इसके अलावा मुंबई एवं रत्नागिरी के पास स्थिति पहाडी इलाकों में कई स्थानों पर लैंड स्लाईडिंग होकर चट्टाने खिसक गई है. जिनकी वजह से पहाडी रास्तें पर यातायात बुरी तरह से बाधित हुआ है. साथ ही मुंबई व पुणे से चलने वाली कई रेलगाडियों के समय मेें भी परिवर्तन किया गया है.