-
मौजूदा संचालक मंडल ‘कमबैक’ करने के लिए तैयार
-
विरोधी कर रहे ‘परिवर्तन’ लाने का प्रयास
अमरावती/प्रतिनिधि दि.31 – महाराष्ट्र की राजनीति में सहकार क्षेत्र एवं सहकारी संस्थाओें के चुनाव का अपना एक महत्व है. इसमें भी जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. कई तरह के कानूनी पचडों से निपटते हुए करीब 11 वर्ष बाद अमरावती की जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव आगामी 4 अक्तूबर को होने जा रहे है. जिसकी अधिसूचना व चुनावी कार्यक्रम की घोषणा कल ही हुई है. इसके साथ ही अब पूरे जिले की निगाहे इस चुनाव की ओर लगी हुई है.
बता दें कि, 11 वर्ष पहले हुए चुनाव में जिला बैंक के संचालक मंडल के जितने भी सदस्य निर्वाचित हुए थे, वे सभी कांग्रेस की पृष्ठभुमि से वास्ता रखते थे और खुद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहनेवाले बबलू देशमुख लंबे समय तक जिला बैंक के अध्यक्ष पद पर बने रहे. ऐसे में पूरी संभावना है कि, विगत 11 वर्षों से लगातार जिला बैंक की सत्ता में रहे मौजूदा संचालक मंडल द्वारा एक बार फिर अपने सहकार पैनल के जरिये मैदान में उतरकर जिला बैंक की सत्ता में ‘कमबैक’ करने का प्रयास किया जायेगा. वहीं दूसरी ओर विपक्षियों द्वारा अपने परिवर्तन पैनल के जरिये इस बार जिला बैंक में ‘परिवर्तन’ लाने का प्रयास किया जायेगा.
हालांकि आज 31 अगस्त से बैंक की नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई है, जो आगामी 22 सितंबर तक चलेगी. इस दौरान इच्छुकों द्वारा नामांकन पेश करने के साथ ही 22 सितंबर की दोपहर 3 बजे तक अपने नामांकन भी वापिस लिये जा सकेंगे. जिसके बाद 23 सितंबर को चुनावी मैदान में मौजूद प्रत्याशियों की अंतिम सूची घोषित होगी और चुनाव प्रचार का दौर शुरू होने के साथ ही 4 अक्तूबर को प्रत्यक्ष मतदान की प्रक्रिया होगी. ऐसे में कहा जा सकता है कि, किस पैनल की ओर से चुनाव मैदान में कौन-कौन उम्मीदवार होंगे, यह स्थिति अंतिम तौर पर 23 सितंबर को स्पष्ट होगी. किंतु अभी से कुछ नामों को लेकर कयास जताये जाने लगे है.
बता दें कि, इस बार जिला बैंक में 21 सदस्यीय संचालक मंडल का चुनाव होना है. जिसके लिए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के नेतृत्व में सहकार पैनल द्वारा मैदान में अपने उम्मीदवार उतारे जायेंगे. जिसमें से इस समय सहकार पैनल के 14 संभावित प्रत्याशियों के नाम सामने आये है. जिनमें बबलू देशमुख (चांदूरबाजार, ओबीसी), वीरेंद्र जगताप (चांदूर रेल्वे), प्रकाश कालबांडे (क-2, सैलरी व हाउसिंग), सुधाकर भारसाकले (दर्यापुर), अनंत साबले (अंजनगांव सूर्जी), दयाराम काले (चिखलदरा), संजय वानखडे (ओबीसी), प्रवीण काशिकर (एससी), श्रीकांत गावंडे (धामणगांव रेल्वे), पुरूषोत्तम अलोणे (एनटी), सुरेश साबले (तिवसा), हरिभाउ मोहोड (भातकुली) के नाम लगभग तय बताये जा रहे है. वहीं राजनीतिक सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक सहकार पैनल द्वारा अमरावती से सुनील वर्हाडे को उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर सहकार पैनल को इस बार परिवर्तन पैनल की ओर से कडी टक्कर देने के लिए जमकर तैयारियां की जा रही है और परिवर्तन पैनल की ओर से भी कुछ संभावित नाम सामने आये है. जिनमें चांदूर बाजार से राज्यमंत्री बच्चु कडू, चांदूर रेल्वे से किशोर कडू, क-2 (सैलरी व हाउसिंग) से राजेंद्र महल्ले, दर्यापुर से प्रकाश भारसाकले, अंजनगांव से अजय पाटील मेहकरे, ओबीसी से विधायक सुलभा खोडके या राजाभाऊ देशमुख अनुसूचित जाति संवर्ग से मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल, व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्र से दीपक कोरपे तथा अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से राजाभाऊ देशमुख शिरालेकर उम्मीदवार हो सकते है.
यूं तो जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव में हमेशा ही सहकार क्षेत्र के दिग्गज अपनी किस्मत आजमाते है. किंतु इस बार इस चुनाव में सहकार क्षेत्र के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में अपना अच्छा-खासा दबदबा व रसूख रखनेवाले कई चेहरे बैंक के संचालक पद हेतु अपनी दावेदारी ठोंकते नजर आ सकते है. जिसमें से कई चेहरे राजनीतिक क्षेत्र में भी एक-दूसरे के धूर प्रतिद्वंदी व विरोधी है. ऐसे में इस बार जिला बैंक का चुनाव काफी रोचक व कांटे की टक्कर का हो सकता है.