* डॉक्टर नहीं रहने के चलते मौत होने का परिजनों ने लगाया आरोप
* चुनखडी में एक वर्ष से रिक्त पडा है डॉक्टर का पद
चिखलदरा/दि.20– आदिवासी बहुल मेलघाट के पाचडोंगरी व कोयलारी गांव में डायरिया व कॉलरा की बीमारी फैलने के चलते इससे पहले पांच मौतें हो चुकी है. वहीं अब यह बीमारियां आसपास के अन्य गांवों में भी पांव पसार रही है. तहसील के काटकुंभ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आनेवाले चुनखेड गांव निवासी सुदाम बुडा कासदेकर (50) को सोमवार की रात से उलटी व दस्त की शिकायत होनी शुरू हुई. जिसे चुनखडी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज हेतु ले जाया गया, लेकिन वहां पर डॉक्टर व नर्स ही उपलब्ध नहीं थे. साथ ही एम्बुलन्स वाहन भी नहीं था. ऐसे में सुदाम कासदेकर को परिजनों ने रात में जैसे-तैसे इलाज हेतु काटकुंभ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने का निर्णय लिया. परंतू सुदाम कासदेकर की रास्ते में ही मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक चुनखडी के स्वास्थ्य केंद्र में विगत एक वर्ष से डॉक्टर का पद रिक्त पडा हुआ है तथा यहां पर रूग्णवाहिका की सेवा भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में क्षेत्र के ग्रामीणों को इलाज की सुविधाएं ही उपलब्ध नहीं हो पाती और इसी वजह से सुदाम कासदेकर की मौत हुई. इस आशय का आरोप कासदेकर परिवार द्वारा लगाया गया है. वहीं सुदाम कासदेकर की मौत से यह तथ्य भी सामने आया है कि, अब कोयलारी व पाचडोंगरी के साथ-साथ आसपास के अन्य गांवों में भी कॉलरा की बीमारी का संक्रमण फैल रहा है. वही दूसरी ओर मेलघाट क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं का अभाव रहने के चलते अब स्वास्थ्यद महकमे को भी सवालों के घेरे में खडा किया जा रहा है.