* पटोले भी हुए खफा
वरुड/दि.14- इन दिनों सियासत में कौन, कब, किसके साथ अथवा विरोध में आ जाएगा, यह कहना मुश्किल है. सभी को लगता था कि कांग्रेस और भाजपा के बीच कभी तालमेल नहीं हो सकता. मगर ऐसा हो गया है. जिले की वरुड फसल मंडी संचालक चुनाव में भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने युति कर नया समीकरण बना लिया. सभी को चौका दिया. भाजपा राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे और कांग्रेस के नरेशचंद्र ठाकरे ने यहां पैनल बना लिया है. तथापि टीवी चैनलों पर समाचार आने के बाद खलबली मची. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने इस युति पर नाराजगी जताई है.
उल्लेखनीय है कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने राज्य के नेतृत्व अर्थात पटोले को भरोसे में नहीं लिया, ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा है. दूसरी तरफ कांग्रेस और भाजपा भी एक-दूसरे पर भले ही टिका टिप्पणी करती रही है. मगर उनकी वरुड में युति हो जाने का दावा किया जा रहा है.
यह भी उल्लेखनीय है कि डॉ. बोंडे, पूर्व विधायक औ़र सहकार नेता नरेशचंद्र ठाकरे के पैनल में पूर्व सभापति अशोक रोडे, उपसभापति अरुण कोहले शामिल हैं. इस पैनल की टक्कर पूर्व पालकमंत्री यशोमती ठाकुर, विधायक देवेन्द्र भुयार, शिवाजी संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, भाजपा के प्रा. साहेबराव तट्टे, प्रशांत डहाने के पैनल से है.
18 सीटों के लिए 127 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किये. 4 परचे रद्द होने से 123 उम्मीदवार मैदान में हैं. आगामी 20 अप्रैल तक नाम पीछे लिए जा सकते हैं. जिसके बाद चुनाव की तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. बहरहाल संतरा बेल्ट का फसल मंडी संचालक चुनाव राज्यस्तर पर चर्चित हो गया है.